पीछे मिली कुर्सी तो नारज हुई सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, कार्यक्रम से पहले लौटी उल्टे पांव

Gaurav Sharma
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Bhopal MP Sadhvi Pragya Thakur) अपने बयानों को लेकर देश भर में मशहूर है। वह अपने बयानों के चलते देश और प्रदेश की सुर्खियों में आए दिन बनी रहती हैं, लेकिन इस बार उनकी सुर्खियों में बने रहने के पीछे का कारण उनका बयान नहीं, बल्कि कुछ और है। दरअसल, अटल बिहारी वाजपेई (Atal Bihari Vajpayee) के जन्मदिन (Birth Anniversary) के मौके पर शुक्रवार को भोपाल (Bhopal) में भाजपा के जिला कार्यालय में नवनिर्मित अटल भवन का लोकार्पण (Newly built Atal building inaugurated) प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) द्वारा किया गया। इसी कार्यक्रम में भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर को कुर्सी पीछे मिलने के चलते हैं वह भड़क गई और सीएम शिवराज (CM Shivraj Singh Chouhan) के कार्यक्रम में पहुंचने से पहले ही वह वहां से वापस लौट गई।

अटल जी की प्रतिमा का उद्घाटन

गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा देश भर में आटल जयंती के मौके पर कार्यक्रम किए गए, इसी कड़ी में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी अटल जी की प्रतिमा का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, सीएम शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग और अन्य भाजपा नेता मौजूद थे। अटल जी की प्रतिमा के उद्घाटन के बाद पुराने भोपाल के इमाम गेट स्थित भाजपा के नवीन भवन का लोकार्पण समारोह का आयोजन किया गया था, जिसमें सभी नेताओं को पहुंचना था।

पीछे मिली कुर्सी तो नारज हुई सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, कार्यक्रम से पहले लौटी उल्टे पांव

जानिए क्यों भड़क उठी सांसद साध्वी प्रज्ञा

इस कार्यक्रम साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को मंच पर पीछे की लाइन में कुर्सी दी गई तो वह भड़क गई और उन्होंने बैठने से इंकार कर दिया। वहां मौजूद भाजपा कार्यकर्ता और नेताओं ने उन्हें काफी मनाया और उनकी नाराजगी दूर करने की पूरी कोशिश की, लेकिन साध्वी प्रज्ञा ठाकुर इतना भड़क गई कि वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम में पहुंचने से पहले ही वहां से उल्टे पैर लौट गई।

पीछे मिली कुर्सी तो नारज हुई सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, कार्यक्रम से पहले लौटी उल्टे पांव

 

सीएम ने किया अटल भवन का लोकार्पण

वहीं अटल भवन का लोकार्पण करने पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अटल भवन, एक भवन है और उसकी आत्मा कार्यकर्ता है। सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वित का ये भवन केंद्र बनेगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगर जनता को कोई भी तकलीफ या परेशानी हो वह बिना झिझक कार्यालय आ सकते हैं और उनकी समस्या का तुरंत निराकरण कर उनकी तकलीफ दूर की जाएगी, जिसके लिए हर वॉर्ड में 11 लोगों की दीन दयाल समिति बनाई जाएगी।

पीछे मिली कुर्सी तो नारज हुई सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, कार्यक्रम से पहले लौटी उल्टे पांव

कोरोना गाइडलाइन की उड़ी धज्जियां

प्रदेश से अभी कोरोनावायरस का खतरा टला नहीं है, लेकिन आज अटल भवन का लोकार्पण करने के लिए आयोजित किए गए कार्यक्रम में इमामी गेट से जुमेराती तक हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और लोग मौजूद थे, जिसमें ज्यादातर लोगों के चेहरे पर मास्क नहीं था और ना ही कोई सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहा था। इस कार्यक्रम में लोगों और कार्यकर्ताओं द्वारा कोरोनावायरस के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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