भूमाफिया शेखर सोनकर पर शिकंजा, 2 करोड़ रुपये कीमत का अवैध निर्माण जमींदोज   

Atul Saxena
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जबलपुर, संदीप कुमार। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) के निर्देश के बाद प्रदेश में भूमाफिया (Land Mafia)और गुंडों पर कार्रवाई साल के अंतिम दौर में भी जारी है। इसी क्रम में जबलपुर जिला प्रशासन ( Jabalpur District Administration) ने सिंधी केम्प और गोहलपुर में बड़ी कार्रवाई करते हुए भूमाफिया शेखर सोनकर के कब्जे से करोड़ों रुपये कीमत की शासकीय जमीन मुक्त करवाई है। आज जिला प्रशासन ने अचानक की कार्रवाई में करीब 2 करोड़ रुपये के बने अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया।

शराब और नशा माफिया है शेखर सोनकर

जबलपुर के सिंधी केम्प निवासी शेखर सोनकर का अवैध शराब और नशे का कारोबार पूरे जिले में फैला हुआ है इसी कारोबार की दम पर शेखर ने करोड़ों रुपये की शासकीय जमीन पर कब्जा करते हुए बिल्डिंग और दुकान बना दी थी। आज एसडीएम आधारताल के साथ पुलिस और निगम की टीम ने माफिया द्वारा बनाए भवन को तोड़ने की कार्रवाई की है।

जमीन शासकीय रकबा में पर कब्जा शराब माफिया का

जानकारी के मुताबिक गोहलपुर तहसील आधारताल अंतर्गत भूमि खसरा नम्बर 353-354 रकबा 0.747 हेक्टेयर पर शराब एवं नशा माफिया शेखर सोनकर ने अवैध रूप से भवन व दुकान बना ली थी जिसकी कीमत  लगभग 1.50 करोड़ रुपये थी। इसी तरह से गोहलपुर के खसरा नम्बर 344 की  करीब 3000 वर्गफुट भूमि पर भी शेखर सोनकर ने लगभग 1 करोड़ रुपये की जमीन पर कब्जा किए हुए था जिसे जेसीबी मशीनों से ध्वस्त किया गया। वहीं गोहलपुर में ही खसरा न 340 में लगभग 650 वर्गफुट भूमि पर अवैध बनाये गये दो मंजिला पक्का मकान जिसकी कीमत लगभग 40 से 50 लाख रुपये की थी उसे भी तोड़ा गया। राज्य सरकार के निर्देश पर माफिया के खिलाफ हुई कार्रवाई के दौरान आधारताल एसडीएम ऋषभ जैन, एएसपी अमित कुमार सहित तहसीलदार राजेश सिंह, नायब तहसीलदार संदीप जयसवाल एवं दिलीप चौरसिया के साथ भारी पुलिस बल के साथ नगत निगम की टीम मौजूद रही।

भूमाफिया शेखर सोनकर पर शिकंजा, 2 करोड़ रुपये कीमत का अवैध निर्माण जमींदोज   


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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