भोपाल, डेस्क रिपोर्ट
कोरोना संकटकाल के बीच एक तरफ जहां देश की आर्थिक हालत चरमरा गई है। वहीं दूसरी तरफ आत्मनिर्भर भारत योजना को लागू करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार छोटे उद्योगों पर नजर बनाए हुए हैं। शिवराज सरकार छोटे उद्योगों को प्रदेश में स्थापित करने के लिए बड़ी तैयारी में है। जिसके लिए करीबन 100 एकड़ से अधिक जमीन चिन्हित करने के निर्देश सरकार द्वारा दे दिए गए हैं। वहीं शिवराज सरकार लगातार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस पर समीक्षा बैठक ले रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कच्चे संसाधनों का उपयोग कर प्रदेश में लघु एवं कुटीर उद्योग को बढ़ावा दिया जा सकता है।
दरअसल शिवराज सरकार प्रदेश में 15 बड़ी एमएसएमई इकाइयां शुरू करने जा रही है। इस योजना के लिए करीबन 100 एकड़ जमीन चिन्हित करने के निर्देश उद्योग विभाग के अफसरों को दे दिए गए हैं। इसके लिए उन्हें महीने भर का समय दिया गया है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना संक्रमण की वजह से अभी अस्पताल में भर्ती है। जहां वह आत्मनिर्भर भारत की तरह पर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश योजना के लिए लगातार समीक्षा बैठक ले रहे हैं। शुक्रवार को एमएसएमई क्षेत्रों में किए जा रहे कार्य की समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि हमें इस क्षेत्र में मध्यप्रदेश को नंबर वन रखना है। इसी के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबंधित विभाग को निर्देश दिए हैं कि वह बैंकों के साथ नियमित रूप से मॉनिटरिंग कर योजना के कार्य में तेजी लाएं।छोटे लघु उद्योगों को स्थापित करने के लिए जहां उत्तर प्रदेश को 21000 करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं। वहीं मध्यप्रदेश को अब तक लगभग 2000 करोड़ रुपए ही मिले हैं। शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि पड़ोसी राज्यों पर आकलन पर स्थिति साफ की जाए कि आखिर मध्यप्रदेश में कार्य की प्रगति की गति इतनी धीमी क्यों है। दूसरी तरफ एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा कि कोरोना काल में इन उद्योगों की स्थापना से काफी लोगों को रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे। वही आत्मनिर्भर भारत के तहत उद्योग इकाइयों की स्थापना होगी। जिससे देश बेहतर क्षेत्र में आगे बढ़ेगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मध्य प्रदेश के पास कच्चे मालों की खान है। जिसका उपयोग मध्य प्रदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के लिए करेगा। लेकिन इससे पहले हम आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की तरफ बढ़ेंगे जिसके लिए जल्द से जल्द रोड मैप को तैयार करने के निर्देश दे दिए गए है। प्रदेश में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए कार्यों में उस तरह की तेजी नहीं है। बावजूद इसके प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत की तर्ज पर ही आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए लगातार कोशिश करते नजर आ रहे हैं। एक तरफ जहां प्रस्तुतीकरण के लिए रोडमैप तैयार किए जा रहे हैं। वहीं यह भी माना जा रहा है कि आगामी 15 अगस्त को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश योजना को लेकर कुछ बड़ी घोषणा कर सकते हैं।