भोपाल।
मध्यप्रदेश(madya pradesh) में कोरोना(corona) तेजी से पैर पसार रहा है। प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या दो हजार के पार हो चुकी है और अबतक सौ की मौत हो चुकी है।खास करके इंदौर और भोपाल में स्थिति गंभीर होती जा रही है। वही दिनों दिन इन शहरों में आंकड़ों में बढोत्तरी होती जा रही है। सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद इस पर रोक नही लग पा रही है। ऐसे में शिवराज सरकार ने प्रदेश के हॉटस्पॉट बन चुके छह जिलों को राहत देने से साफ इंकार कर दिया है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि 26 अप्रैल से प्रदेश के संक्रमित जिलों में कोई छूट नहीं दी जाएगी। भोपाल और इंदौर में लगातार मिल रहे कोरोना पॉजिटिव मरीज सरकार के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। ऐसे में शिवराज सरकार द्वारा इन जिलों में कोई छूट नहीं दी गई है। इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, खरगोन एवं धार जिले में दुकानें नहीं खोली जाएगी। वही संक्रमित जिलों में प्रभावी ढंग से निपटने के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में संक्रमित क्षेत्रों को छोड़कर मोहल्लों में आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोली जा सकती हैं। शहरों में मुख्य बाजार, मॉल, सिनेमाघर, जिम, ब्यूटी पार्लर, सैलून आदि को खोलने की अनुमति नहीं दी गयी है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ किया है कि मध्यप्रदेश के छह जिलों को छोड़कर बाकि सभी जिलों में रियासत दी जाएगी। सीएम ने बताया कि इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, धार और खरगोन जिले में लॉकडाउन में किसी भी तरह की छूट नहीं मिलेगी। हालांकि अभी किसी भी तरह के पब्लिक ट्रांसपोर्ट का संचालन नहीं होगा।
बता दें कि राजधानी(capital) में कोरोना(corona) अपना प्रभाव तेजी से फैला रहा है। पिछले 24 घंटे में 57 लोगों की रिपोर्ट कोरोना संक्रमित आने के बाद रविवार सुबह 29 नए संक्रमित मरीज पाए गए हैं। जिसके साथ ही प्रदेश में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 417 पहुंच गया है। वही भोपाल(bhopal) में दो कोरोना पॉजिटिव(corona positive) मरीज की मौत के साथ एक संदिग्ध महिला की रिपोर्ट अभी आनी शेष है। इसी के साथ प्रदेश में इस महामारी से मरने वालों की संख्या 100 का आंकड़ा पार कर चुकी है। वहीं इंदौर(1125), उज्जैन(103), जबलपुर(59), धार(46) और खरगोन(66) संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इसलिए ऐसे जिले जो मध्यप्रदेश के हॉटस्पॉट जिले हैं और यहां प्रशासन द्वारा लगातार सख्ती बरती जा रही है।