कोरोना से स्थिति गंभीर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने LOCKDOWN पर कही बड़ी बात

Kashish Trivedi
Updated on -

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में कोरोना (corona) की स्थिति गंभीर हो गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए लगातार राज्य शासन की तरफ से नए निर्देश दिए जा रहे है। बावजूद इसके शासन की सारी कोशिशें विफल नजर आ रही है। हर दिन रिकॉर्ड संख्या में मरीजों की पुष्टि हो रही है। वहीं अब मध्य प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन (LOCKDOWN) लगाने की मांग सामने आ रही थी। जिसके बाद आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) ने बड़ा फैसला लिया है। जहां धर्म गुरुओं से चर्चा के बाद उन्होंने प्रदेश में लॉकडाउन पर बड़ी बात कही है।

मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक उपाय की परमानेंट लॉक डाउन लगाकर सभी को घर में बंद कर दिया जाए। जबकि दूसरा उपाय है कि सीमित समय के लिए लॉकडाउन लगाया जाए। ताकि लोगों को रोजी रोजगार में दिक्कत का सामना ना करना पड़े। सीएम शिवराज ने कहा कि लॉकडाउन अंतिम उपाय है लेकिन उससे पहले हमें हर उपाय आजमाने की कोशिश करनी चाहिए। वहीं जब आवश्यक हो जाएगा संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन के विकल्प की भी परिस्थितियों के अनुसार फैसला लिया जाएगा।

सीएम शिवराज ने कहा कि जिन जिलों में केसों की संख्या अधिक हैं। वहां आज निरीक्षण किया जाएगा। वहीं यदि लॉकडाउन अनिवार्य हुआ तो उन जिलों में लॉकडाउन लगाए जाएंगे। इसके लिए पहले जिला क्राइसिस मैनेजमेंट समिति से बैठक की जाएगी। जिसमें यह फैसला लिया जाएगा। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि आयुष्‍यमान भारत योजना के हितग्राहियों का सभी पात्र अस्‍पतालों में नि:शुल्‍क इलाज हो। प्रदेश के सभी अस्‍पतालों में ऑक्‍सीजन की उपलब्‍धता की लगातार निगरानी की जायेगी।

सीएम शिवराज ने कहा कि इसका लाभ यह होगा कि हर पात्र मरीज को अस्‍पताल में दाखिल होने की सुविधा मिलेगी तथा जिन्‍हें भर्ती होने की आवश्‍यकता नहीं है। वे घर पर ही आइसोलेट रहकर उपचार कर सकेंगे। जहां तक रेमिडिसिवर इंजेक्शन की कमी का प्रश्न है। सरकार इसको लेकर बहुत गंभीर है।

सीएम शिवराज ने अपील की है कि दूरी बनाकर रखते हुए मास्क लगातार लगाएं क्योंकि कोरोना मुंह और नाक से हमारे शरीर में प्रवेश करता है। इसके साथ ही सैनिटाइजर का उपयोग करते हुए अपने हाथों को साफ रखें। टीकाकरण अवश्य लगवाएं, टीकाकरण जरूरी है। टीकाकरण से कोरोना से लड़ने की ताकत आती है। जिससे लोगों में मौत का खतरा टल जाता है।

Read More: Gwalior में कोरोना संक्रमण के बीच अब मच्छरों का प्रकोप, नगर निगम ने चलाया फॉगिंग अभियान

सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश में धर्म गुरुओं का काफी वर्चस्व है और जनता के हित के लिए फैसले लेने वाले धर्म गुरुओं को कोरोना परिस्थितियों के बारे में बताई गई। वहीं उनकी तरफ से आए निर्देशों को सुना गया है। इसके साथ ही सीएम शिवराज ने कहा कि धर्मगुरु हमारा मार्गदर्शन करेंगे। संक्रमण के बीच जनता का मार्गदर्शन करेंगे। सीएम शिवराज ने कहा कि आज प्रदेश में 4000 से अधिक मामले सामने आए हैं। वहीं अस्पताल में बेड संख्या कैसे बढ़ाई जा सकती है। इस पर विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही साथ इलाज के लिए रेट कैसे कम किए जा सकते हैं। इस पर भी जल्द निर्णय लिया जाएगा।

सीएम शिवराज ने कहा कि अस्पतालों में बेड़ों के निरीक्षण के लिए एक हेल्प डेस्क तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही वॉलिंटियर घर-घर जाकर लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे। सीएम शिवराज ने कहा कि गरीबों को मुफ्त में मास्क मिले इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए।

वहीँ सीएम शिवराज ने जनता से अपील की है कि टीका लगाने के बाद आप की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। वैज्ञानिकों के अनुसार अगर कोरोना हो भी गया तो गंभीरता कम हो जाती है। इसलिये वैक्सीन जरूर लगवाएं। जो भी 45 वर्ष के ऊपर हैं वो वैक्सीन अवश्य लगवाएं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपने घर से अपनों को बिना मास्क लगाए न निकलने दें। मास्क न लगाना सामाजिक अपराध है क्यूँ कि आप अपने साथ दूसरों के लिये खतरा बन जाते हैं। मेरी सभी धर्मगुरुओं से यही अपील है ये बात लोगों को समझाएं कि तीन उपाय करें। मास्क, दो गज की दूरी और हाथ धोना।

Read More: Jhabua News: कोरोना का प्रकोप, झाबुआ कलेक्टर, एडिशनल SP सहित 22 की रिपोर्ट पॉजिटिव

जनता के सहयोग की आवश्यकता-  सीएम शिवराज 

इससे पहले मीडिया से जानकारी देते हुए सीएम शिवराज (CM Shivraj) ने कहा कि सरकार और प्रशासन महामारी से अकेले नहीं निपट सकते। इसके लिए जनता के सहयोग की आवश्यकता है। कई जिलों के लोगों से फीडबैक (feedback) लिए गए हैं। अस्पतालों में बेड (bed) की व्यवस्था की जा रही है। संक्रमण की रोकथाम के लिए कई सुझाव भी सामने आए थे। वहीं कई जिलों में 2 दिन के लॉक डाउन की मांग सामने आई थी। जिसके लिए बातचीत कर फैसला लिया गया है। सीएम शिवराज ने संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रदेश के धर्मगुरुओं सहित पड़ोसी राज्य से बात की है।

24,000 बेड की व्यवस्था, घबराने की कोई जरूरत नहीं

मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि मध्य प्रदेश में सरकार के पास 24,000 बेड की व्यवस्था है। इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है। सरकार द्वारा नए प्रयोग किए जा रहे हैं। वहीं होटल के कमरों को भी अस्पताल बनाया जा रहा है। अगले सप्ताह तक अस्पताल में बेड़ों की संख्या बढ़ाकर 36000 किए जाने का फैसला भी कैबिनेट मीटिंग में किया गया था। वहीं प्रदेश में टेस्टिंग (testing) बढ़ाने पर भी राज्य शासन की तरफ से जोड़ दिया जा रहा है। वहीं वॉलिंटियर (Volunteer) की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। शिवराज ने कहा कि अब तक 34000 से ज्यादा लोगों ने खुद को वॉलिंटियर के रूप में रजिस्टर्ड करवाया है। यह वॉलिंटियर कोरोना संक्रमण काल के दौरान अस्पतालों का निरीक्षण करने का कार्य, लोगों को वैक्सीन के लिए जागरुक करने का कार्य सहित रोको टोको अभियान के तहत लोगों को मास्क पहनने की अपील भी करेंगे।

मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की माने तो प्रदेश में कुल मामले 3,13,901 पर पहुंच गए हैं। वहीं मृतक की संख्या भी 4000 पर पहुंच गई है। राजधानी भोपाल समेत इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर में हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं। इसके अलावा कटनी और शाजापुर में भी बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं। 86 लाख डोज टीकाकरण अबतक प्रदेश में लगाए गए हैं। प्रतिदिन 3 लाख लोगों को टिका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रायोरिटी के हिसाब से टीकाकरण किये जा रहे हैं। जिसमे प्रायोरिटी 1 के अंदर 60 वर्ष के आयु के लोग को शामिल किया गया है। वही प्रायोरिटी 2 के अंदर 45 से अधिक लोगों को शामिल किया गया है।

सीएम शिवराज ने जिला परिषद मैनेजमेंट कमेटी को जिला वार निरीक्षण कर लॉकडाउन के विषय में निर्णय लेने के लिए कहा था। वही प्रदेश की बात करें तो प्रदेश के 62% लोग होम आइसोलेशन में है। जबकि 38 फीसद लोगों के लिए अस्पताल में व्यवस्था की गई है।


About Author
Kashish Trivedi

Kashish Trivedi

Other Latest News