वेटलिफ्टर चानू को मिल सकता है स्वर्ण पदक ! पहले नम्बर पर आई चीन की खिलाड़ी का होगा डोप टेस्ट

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दिल्ली,डेस्क रिपोर्ट। टोक्यो ओलंपिक्स 2020 (Tokyo Olampyics 2020) में भारत को सिल्वर मेडल दिलाने वाली मीराबाई चानू (Meera Bai Chanu) के लिए बड़ी खबर है। दरअसल, 49 किलो वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू दूसरे नंबर पर रही थीं और स्पर्धा का स्वर्ण चीन (China) की वेटलिफ्टर झिहुई होउ को मिला था। अब झिहुई होउ का डोपिंग टेस्ट किया जा रहा है। यदि झिहुई होउ दोषी पाई जाती हैं तो नियमानुसार मीराबाई चानू का रजत पदक अब स्‍वर्ण पदक (Gold Medal) में बदल जाएगा। चीनी एथलीट झिहुई होउ आज स्वदेश लौटने वाली थीं, लेकिन उन्हें रुकने को गया है। किसी भी समय उनका डोपिंग टेस्ट हो सकता है। ओलंपिक्स के इतिहास में ऐसा पहले भी हो चुका है जब डोपिंग में फेल होने पर खिलाड़ी का पदक छिन लिया गया और दूसरे नंबर पर रहने वाले खिलाड़ी को दे दिया गया है।

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गौरतलब है कि भारत की 26 वर्षीय भारोत्तोलक चानू ने शनिवार को टोक्यो ओलंपिक में देश के लिए पहला रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया था। टोक्यो इंटरनेशनल फोरम (Tokyo International Forum) में महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा में अपने चार सफल प्रयासों के दौरान चानू ने कुल 202 किग्रा (स्नैच में 87 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 115 किग्रा) उठाया। चीन की झिहुई होउ ने कुल 210 किग्रा के साथ स्वर्ण पदक जीता और एक नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया, जबकि इंडोनेशिया की विंडी केंटिका आइसा ने कुल 194 किग्रा के साथ कांस्य पदक जीता।


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Harpreet Kaur