नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण युद्ध का आज 69वां दिन है। तमाम प्रतिबंधों के बावजूद ना ही रूस पीछा हटा है और देश में भारी जान- माल की हानी के बाद भी यूक्रेन ने हार नहीं मानी है। इस दौरान रूस कई बार परमाणु हमले की धमकी दे चुका है। इस बीच जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज का बड़ा बयान सामने आया है, उन्होंने कहा कि दुनिया को पुतिन की परमाणु हमले की धमकी को हल्के में नहीं लेना चाहिए, वो कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा, ” विश्व के नेताओं को रूस में परमाणु विस्तार के खतरों से भी सतर्क रहने की जरुरत है।”
शोल्ज ने आगे कहा की क्रेमलिन में काम कर रहे लोगों को अभी भी समझ नहीं आ रहा हैं कि यूक्रेन पर रूस का आक्रमण उनके देश के लिए भी विनाशकारी परिणाम लेकर आ रहा है। शोल्ज ने कहा कि यूरोप में आपातकाल जैसे हालात बने हुए है, जहां सवाल जीने और मरने का है।
उन्होंने कहा, “अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हम वर्तमान में एक खतरनाक और यहां तक कि नाटकीय स्थिति में हैं। दो महीने से अधिक के सैन्य संघर्ष पर विचार करते हुए हमें ये उम्मीद तो कतई नहीं करनी चाहिए कि नतीजे बुरे नहीं होंगे।”
जर्मन चांसलर ने युद्ध के पीड़ित यूक्रेन के लिए समर्थन का वादा किया है और यह भी आश्वासन दिया है कि जंग के बीच जर्मनी द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को तब तक नहीं हटाया जाएगा, जब तक कि उसका यूक्रेन के साथ शांति समझौता नहीं हो जाता है।
आपको बता दे तेल और गैस के मामले में जर्मनी ने रूस से अभी तक कोई समझौता नहीं तोड़ा है पर यूक्रेन दबाव बना रहा है कि यह जल्द-से-जल्द हो। इससे पहले जर्मनी ने यूक्रेन को हथियार भी मुहैया कराए थे।