आपकी किडनी को खराब करते ये फूड्स, कहीं आप भी तो अनजाने में नही कर रहे इसका अधिक सेवन

Manisha Kumari Pandey
Published on -

जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। किडनी (Kidney) मानव शरीर में एक जरूरी भूमिका निभाता है। दोनों ही किडनी दिखने भले छोटे हैं लेकिन इनका काम बहुत बड़ा होता है। किडनी खून को फ़िल्टर करने का काम करते है और सभी टॉक्सीक चीजों को भी छाँट देते हैं। इसलिए किडनी को स्वस्थ रखना भी जरूरी होता है। कुछ ऐसे फूड्स यानि खाने की चीजें होती जो आपके किडनी को खराब करती और आप इस बात से अनजान होते हैं। तो आइए जानते ऐसे कौन से फूड्स से जो किडनी पर बुरा प्रभाव डालते हैं।

रेड मीट

हालांकि रेड मीट प्रोटीन से भरा होता है, लेकिन क्या आपको पता है यदि आप अधिक मात्रा इसे अपने डाइट में शामिल करते हैं तो यह आपकी किडनी पर बुरा असर करता है। इसलिए एक हफ्ते में 18 पाउन्ड से अधिक रेड मीट का सेवन नहीं करना चाहिए।

एलकोहल

Alcohol ना सिर्फ आपके दिमाग पर असर करता बल्कि इसका किडनी से भी कनेक्शन होता है। जब आप शराब का सेवन करते हैं, तब आपका दिमाग स्लो हो जाता है जिसके कारण किड्नी समेत कई ऑर्गन भी काम नहीं कर पाते।

यह भी पढ़े… ज्ञानवापी ही नहीं मध्यप्रदेश के इन मंदिरों को भी तोड़ा था औरंगजेब ने, मंदिर की जगह मस्जिद बनने की है अफवाह

नमक और कैफीन 

नमक हर खाने का स्वाद बढ़ा सकता है लेकिन यदि इसकी मात्रा सही नहीं तो यह किड्नी पर बुरा प्रभाव डालता है। क्योंकि Caffeine नींद को कम करता है, जिससे इंसान का नर्वस सिस्टम अच्छे से काम नहीं कर पाता। Caffeine सिर्फ कॉफी ने नहीं बल्कि सोडा वाले पेय पदार्थों में भी पाई जाती है।

डेयरी प्रोडक्टस और सब्जियां

डेयरी प्रोडक्टस और सब्जियां दोनों की विटामिन और मिनर्लस का सोर्स मानी जाती है, लेकिन यदि इनकी मात्रा भी सही ना तो यह आपकी किड्नी पर बुरा प्रभाव डाल सकती है। मीठा आलू, बीट और ब्राउन मशरूम में potassium की मात्रा अधिक होती है, जिसे लिमिट में ना रखा जाए तो यह किडनी को हार्म कर सकता है। तो वहीं डेयरी प्रोडक्टस में ऐसिड की मात्रा अधिक होती जो किड्नी पर बुरा असर डालता है।

Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य शिक्षित करना है। कृपया कोई भी कदम उठाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें ।  


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News