इंदौर ,स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के बालसमंद ( सेंधवा) परिवहन चैक पोस्ट (Sendhwa Transport check post से गुजरने वाले ट्रकों (Trucks)से लम्बे समय से की जा रही अवैध वसूली (Avaidh vasuli)के खिलाफ ट्रांसपोर्टर ( Transporter) कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन परिवहन विभाग (Transport Department) के अफसर कान में रुई डाले बैठे हैं जिसका खामियाजा ट्रांसपोर्टर भुगत रहे हैं। अब इंदौर ट्रक एवं ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने संभाग आयुक्त को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में एसोसिएशन ने अवैध वसूली के साथ गुंडागर्दी और चालकों के साथ मारपीट के गंभीर आरोप हैं।
इंदौर ट्रक ऑपरेटर एवं ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती और ऑल इण्डिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के वेस्ट जॉन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विजय कालरा के साथ यूनियन के पदाधिकारियों ने इंदौर संभाग आयुक्त पवन कुमार शर्मा को ज्ञापन देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की परिवहन चैक पोस्टों पर अवैध वसूली कांग्रेस सरकर के समय से चली आ रही है जो कोरोना काल के बाद और बढ़ चुकी है। इतना ही नहीं चैक पोस्टों पर अब चालकों के साथ अभद्रता और मारपीट तक की जा रही है। एसोसिएशन ने कहा कि सबसे ज्यादा अवैध वसूली बड़वानी के बालसमंद (सेंधवा ) परिवहन चैक पोस्ट पर होती है। इस चैक पोस्ट के प्रभारी डीपी पटेल एवं वहां कार्यरत राहुल कुशवाह द्वारा चालकों को परिवहन नियमों और वर्दी का डर दिखाकर प्रताड़ित किया जाता है। और डरा धमकाकर अवैध वसूली की जाती है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि डीपी पटेल और राहुल कुशवाह की शिकायत कई बार परिवहन विभाग के अधिकारियों और कलेक्टर बड़वानी ,एसपी बड़वानी की जा चुकी है लेकिन इन दोनों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने ज्ञापन में कहा कि मध्यप्रदेश की समस्त परिवहन चौकियों से हर माह लगभग 200 करोड़ रुपए की अवैध वसूली होती है। उन्होंने बताया कि सेंधवा से करीब 5000 से 6000 मालवाहक वाहन 24 घंटे में गुजरते हैं जिनसे 70 से 80 लाख रुपये प्रतिदिन की वसूली होती है जिसकी जानकारी परिवहन विभाग के आला अधिकारियों को है लेकिन कोई एक्शन नहीं लेता। एसोसिएशन ने चैक पोस्टों को पारदर्शी बनाने , सीसीटीवी लगाने और ऑनलाइन पोर्टल से जोड़ने की मांग की है एवं डीपी पटेल जैसे भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।