भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। विश्वविद्यालय परीक्षा(University exam) को लेकर उच्च शिक्षा विभाग(Higher Education Department) ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को सख्त निर्देश दिए हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने अपने निर्देश में कहा है कि हर हाल में 30 सितंबर तक विश्वविद्यालय स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष, स्नाकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित करें। अगर ऐसा नहीं होता है तो विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार(registrar) पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दरअसल यूजीसी(UGC) के निर्देश के बाद यह पहले यह साफ था कि 30 सितंबर परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। अब इस पर उच्च शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख इख्तियार किया है।
दरअसल उच्च शिक्षा आयुक्त मुकेश शुक्ला(Higher Education Commissioner Mukesh Shukla) ने अपने दिए हुए निर्देशों में कहा है स्नातक प्रथम वर्ष एवं द्वितीय वर्ष के साथ-साथ स्नाकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों का परीक्षा मूल्यांकन जल्द से जल्द किया। इसके साथ ही 30 सितंबर तक हर हाल में विश्वविद्यालयों द्वारा परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए जाए। वही इस निर्देश के प्रति सभी विश्वविद्यालय को भेज दी गई है। उच्च शिक्षा आयुक्त शुक्ला का कहना है कि कोरोना की वजह से पहले ही विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम में काफी देरी हो चुकी है अब और देरी करने का मतलब विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है।
वहीं दूसरी तरफ विश्वविद्यालयों ने उच्च शिक्षा आयुक्त के इस निर्देश पर बोलते हुए कहा है कि उनकी तरफ से हरसंभव कोशिश रहेगी कि 30 सितंबर तक परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए जाए किंतु स्नातक अंतिम सेमेस्टर और स्नाकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित करने की वजह से इसमें विलंब होने की संभावना भी है।
बता दें कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए विश्वविद्यालयों द्वारा परीक्षा आयोजित ना करने का निर्णय लिया गया था किंतु यूजीसी के निर्देश और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद स्नातक अंतिम सेमेस्टर और स्नाकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा करवाने के निर्देश दिए गए थे। जिसके बाद निर्णय लिया गया है कि स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के साथ-साथ स्नाकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के कक्षाओं के परिणामों को आंतरिक मूल्यांकन का 50 प्रतिशत तथा गत सत्र के प्राप्तांकों का 50 प्रतिशत जोड़कर घोषित किया जाएगा। वही स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के लिए ओपन बुक प्रणाली से परीक्षा आयोजित करके प्राप्तांक का 50 प्रतिशत तथा गत वर्षों के प्राप्तांक का 50 प्रतिशत जोड़कर परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा।