भोपाल, डेस्क रिपोर्ट।। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मेडिकल कालेज (Medical College) के जूनियर डॉक्टर (Junior Doctor) सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल (Strike) पर चले गए है। जूनियर डॉक्टरों ने इमरजेंसी,ओपीडी और वार्ड ड्यूटी बंद कर दी। उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि 31 मई तक उनकी मांगे नहीं मानी गई तो कोविड वार्ड में भी सेवाएं देना बंद कर देंगे।
मरीजों को ब्लैक मेल कर रहे
कोविड काल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा की, यह मरीजों के साथ ब्लैकमेलिंग है। जिस समय समाज को सबसे ज्यादा डॉक्टरों की जरूरत है उस समय जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर जा रहे हैं। उन्होंने कहा जूनियर डॉक्टरों को 60-60 70-70 हजार रुपए का स्टाइफण्ड दिया जा रहा है। इनके बावजूद वह लोग हठधर्मिता कर रहे हैं।
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सारंग ने कहा कि मैंने निवेदन किया है वह जल्द से जल्द काम पर वापस आए और यदि नहीं आते हैं तो मजबूरन हमें निश्चित रूप से कार्रवाई करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा मरीजों के साथ यदि नाइंसाफी होगी तो यह सहन करना मुश्किल रहेगा।
जूडो की सरकार से ये हैं मांगे
1. सरकार की ओर से 6% सालाना मानदेय बढ़ाने का वायदा पूरा किया जाए।
2. जूनियर डॉक्टरों के इलाज की बेहतर व्यवस्था की जाए।
3. कोरोना के दौरान प्रति महीने 10 हज़ार रुपये मानदेय देने का वायदा पूरा किया जाए।
4. जूनियर डॉक्टर्स को ग्रामीण सेवा के बंधन से मुक्त किया जाए।
5. कोरोना काल में सेवा के लिए प्रशस्ती पत्र दिया जाए जिसका फायदा सरकारी भर्तियों में मिले।