मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में देर रात पुलिस और बदमाश आमने सामने हो गए। दरअसल, पुलिस को जानकारी लगी थी कि परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में बैंक लूट की घटना को अंजाम देने वाले बदमाश एरोड्रम थाना क्षेत्र के सुपर कॉरिडोर में छिपे बैठे है और जब पुलिस मौके पर पहुंची तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी जिसके जबाव में पुलिस को काउंटर फायरिंग करनी पड़ी। पुलिस और बदमाशो की मुठभेड़ में 3 बदमाश घायल हुए जिनमे से 2 को पैरों में गोली लगी है। जिनका इलाज एम.वाय. अस्पताल में चल रहा है। वही बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग के बाद 5 पुलिसकर्मियों के घायल होने की बात भी सामने आई है।
इधर, इस मामले में इंदौर डीआईजी हरिनारायण चारि मिश्रा ने बताया कि बीते 2 दिनों से पुलिस के लिए बैंक में दिनदहाड़े हुई। 5 लाख की लूट के बदमाशों को पकड़ना एक बड़ी चुनौती थी। बदमाशो की धरपकड़ के लिए पुलिस की कई टीमें काम कर रही थी। और 250 से ज्यादा जवान खोजबीन में लगे थे। इसी बीच पुलिस को जानकारी लगी थी कि सुपर कॉरिडोर में बैंक लूट के बदमाश जमा हुए है। इसके बाद जब मौके पर पुलिस की टीम पहुंची तो बदमाशो ने फायरिंग शुरू कर दी। जिसमे पुलिस के 4 जवानों को चोटे आई है। इंदौर डीआईजी ने बताया कि इसके बाद जबावी फायरिंग की जिसमे दो अपराधियों के पैर में गोली लगी वही एक अन्य बदमाश को मामूली चोट लगी है। घटना के बाद पुलिस जवानों और घायल बदमाशों को मेडिकल परीक्षण के लिए एम.वाय. अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वही उन्होंने बताया लूट की वारदात को अंजाम देने वाले एक और बदमाश के बारे में जानकारी लगी है जिसकी तलाश शुरू कर दी गई है। वही पुलिस ने मुठभेड़ के बाद 2 पिस्टल बदमाशो से जब्त की है। वही मौके पर पहुंची एफएसएल की टीम घटनास्थल की बारीकी से जांच कर रही है।
इधर, मुठभेड़ में घायल पुलिस जवानों और बदमाशो का इलाज एम.वाय.अस्पताल में जारी है। एम.वाय. अस्पताल के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. नीरज चारी ने बताया कि कुछ लोगो ने बैंक डकैती की थी और भागने की कोशिश कर रहे थे तब पुलिस ने उन्हें एनकाउंटर करने की कोशिश की थी और सभी जीवित है और घायलो का इलाज जारी है। वही उन्होंने बताया कि पुलिस जवानों को गन शॉट इंज्युरी नही है। वही उन्होंने बताया कि घायल शुभम और अंकुर को गोली लगी है वही एक अन्य को भागने की वजह से चोंट आई है। हालांकि एम. वाय. सीएमओ ने ये भी कहा एक बदमाश का पैर ज्यादा जख्मी है और हो सकता है कि उसकी आर्थोपेडिक सर्जरी कराई जाए। याने जांच रिपोर्ट के बाद एक घायल बदमाश को बचाने के लिए पैर काटने की भी सम्भावना है।
इस मुठभेड़ के बाद अब यूपी के बाद अब मध्यप्रदेश की इंदौर पुलिस भी चर्चाओं में आ गई है जो अब किसी भी कीमत पर बदमाशों को नही बख्शेगी। दरअसल, इंदौर में हो रही वारदातों के बाद कांग्रेस, प्रदेश सरकार पर जमकर हमलावर हो रही थी और बैंक लूट की घटना वाले दिन ही अपराधों पर लगाम कसने के लिए कांग्रेस अपने 2 विधायको के साथ डीआईजी को ज्ञापन सौंपने गई थी।