नरसिंहपुर, डेस्क रिपोर्ट। मां नर्मदा (Narmada) मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की जीवन रेखा है। अमरकंटक के पहाड़ों से निकली यह नदी मध्य प्रदेश के कई इलाकों से होते हुए गुजरती है। यह नदी जीवनदायिनी है इस बात का ताजा उदाहरण हाल ही में सामने आया है। जब यह देखा गया कि 65 वर्ष की वृद्ध महिला नर्मदा के तेज बहाव में 80 किलोमीटर तक बहती रही लेकिन उन्हे कुछ भी नुकसान नहीं पहुंचा। महिला सुरक्षित है और उन्हें रेस्क्यू कर लिया गया है।
यह पूरा मामला नरसिंहपुर (Narsinghpur) के बरमान इलाके के सतधारा घाट पर हुआ है। सागर के हनोत की रहने वाली 65 वर्षीय वृद्धा मां नर्मदा का पूजन अर्चन करने के लिए पहुंची थी। महिला घाट के किनारे लोटे में जल भरने के लिए गई तभी सीढ़ी से उनका पैर फिसल गया। महिला नदी में गिर गई और बहने लगी उन्होंने जोर जोर से बचाने के लिए आवाज दी लेकिन किसी को आवाज सुनाई नहीं दी। इस तरह से रात भर में महिला लगभग 80 किलोमीटर दूर तक बहती चली गई।
24 घंटे 80 किलोमीटर तक बहती रही नर्मदा की तेज धार में 65 वर्षीय वृद्ध महिला लोगों ने आवाज सुन महिला को निकाला किया अस्पताल में भर्ती सागर जिला निवासी , नरसिंहपुर के बरमान घाट से बहकर रायसेन के धर्मपुरा पर लोगो ने बचाया @TV9Bharatvarsh @TV9MPCG pic.twitter.com/asCt8fOZDN
— Devraj dubey (@Devrajdubey11) October 4, 2022
Must Read- Bhopal : फर्जी टिकट लेकर राजा भोज एयरपोर्ट पहुंची महिला, सीआइएसएफ ने किया गिरफ्तार
पूरे रास्ते में किसी ने उनकी आवाज नहीं सुनी और वह मां नर्मदा के जयकारे लगाते हुए बहती चली गई। इसके बाद रायसेन के बोरास धर्मपुरा घाट पर कुछ लोगों ने बहती हुई महिला को देखकर उन्हें नदी से बाहर निकाला। महिला से नाम पता पूछने के बाद उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया जहां डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। डॉक्टर भी इस बात से हैरान है कि इतनी दूर पानी में रहने के बाद भी महिला सुरक्षित है।
मामले की सूचना परिजनों को दे दी गई है और वह उन्हें लेने के लिए उदयपुरा के लिए रवाना हो चुके हैं। महिला ने खुद को बचाने वाले युवकों को बहुत धन्यवाद और आशीर्वाद देते हुए कहा कि नर्मदा मां सच में जीवनदायिनी है उन्होंने मुझे नया जीवन दे दिया। बहते समय मैं लगातार मां के भजन गाते हुए लोगों को आवाज दे रही थी लेकिन किसी ने नहीं सुना और इन दो युवकों ने आवाज सुनकर मुझे बचा लिया।