ग्वालियर। कोरोना महामारी को हराने के लिए घोषित 21 दिन का लॉक डाउन उन गरीबों के लिए मुसीबत बन रहा है जिसके पास अब खाने के लिए राशन नहीं हैं। सरकार के बड़े बड़े दावे प्रशासनिक नाकामी के चलते फेल हो रहे है जिसका खामियाजा गरीब, मजदूर वर्ग भुगत रहे हैं। ग्वालियर के एक विधायक ने इसी स्थिति को उजागर करते हुए प्रशासन के दो बड़े अधिकारियों को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने एक जिम्मेदार अधिकारी की लापरवाही की तरफ इशारा किया है। पत्र में बहुत ही कड़े शब्दों में विधायक ने लिखा है कि लोग उग्र हो रहे हैं, स्थिति किसी भी समय विस्फोटक हो सकती है।
ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक अपने क्षेत्र की जनता को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने को अपनी नैतिक जिम्मेदारी मानते है। यही कारण है कि वे कोरोना महामारी में भी जनता के बीच है और उनके लिए राशन की व्यवस्था कराने लगातार प्रयास कर रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने खुद कंट्रोल की दुकानों की जांच की थी और राशन की काला बाजारी के आरोप लगाए थे। अब एक बार फिर राशन को लेकर विधायक प्रवीण पाठक नाराजगी जताई है।
खराब राशन वितरण व्यवस्था पर आक्रोश जताते हुए उन्होंने जिले में फूड डिस्ट्रीब्यूशन के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी राजीव सिंह को पत्र लिखा है कि मेरी विधानसभा के सभी जरूरतमंद लोगों को आज दिनांक तक राशन नहीं मिल पाया है । विधायक पाठक ने पत्र में राजीव सिंह से कहा है कि मेरे द्वारा आपसे व्यक्तिगत रूप से कई बार अनुरोध किया जा चुका है, कि आप ये बताने का कष्ट करें कि किस तरह आप गरीबों को दक्षिण विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों में राशन बांट रहे हैं, पर बीते तीन दिनों से आपके द्वारा कोई भी जानकारी मुझे उपलब्ध नहीं कराई गई है । आपके द्वारा व्हाट्सएप पर मुझे केवल जगह के बारे में खानापूर्ति वाली जानकारी दी गई है,जिसमें समस्त विवरण अपूर्ण हैं और जो स्थान चिन्हित हैं उससे जनता के लिए कोई फायदा नज़र नहीं आता। आपके द्वारा चिन्हित स्थान मानो औपचारिकतावश, ऊंट के मुंह में जीरे के समान तैयार कर दिए गए हैं।
विधायक पाठक ने राजीव सिंह के लिए लिखा कि आप बीते 5 साल से ग्वालियर में जमे हुए हैं और प्रत्येक क्षेत्र से भली भांति परिचित हैं,आपके निष्क्रिय और गैर जिम्मेदार रवैये के कारण भुखमरी की शिकार जनता में लगातार प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बेबस मजबूर लोग राशन न मिलने के कारण उग्र होते जा रहे हैं और किसी दिन विस्फोटक स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है।
विधायक ने पत्र में आगे कहा है कि
आपसे पुनः निवेदन है कि, इस भयावह समय में कृपापूर्वक विस्तृत रूप से ये बताने का कष्ट करें कि, आपकी आगामी क्या योजना है??
और किस तरह से, कब कब किन-2 इलाक़ों में राशन बांटा जाएगा । आपने जो इलाके मेरी दक्षिण विधानसभा में चिन्हित किए हैं, वहाँ भी अब तक अधिकांश जगह कोई राशन नहीं पहुँच पाया है और स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है । लोग कोरोना की महामारी से पीड़ित हो न हो किन्तु भुखमरी का शिकार ज़रूर हो रहे हैं। विधायक पाठक ने कहा कि आप मुख्यमंत्री के, सभी को भोजन पहुंचाने की मंशा के विपरीत काम कर रहे हैं या फिर आप जानबूझकर ग्वालियर दक्षिण की जनता के राशन की कालाबाजारी में संलग्न हैं। मेरा आग्रह है कि,भूख से व्याकुल जनता को उसका राशन पहुंचाने की योजना का प्लान बताने का कष्ट करें। विधायक पाठक ने इस पत्र की प्रतिलिपि संभाग आयुक्त एमबी ओझा और कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को भी भेजी है।
फेसबुक पर भी विधायक ने प्रशासन के अधिकारियों को दी चेतावनी
कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने इस पत्र के अलावा फेसबुक पर भी जिला प्रशासन के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए पोस्ट शेयर की है। उन्होंने लिखा गरीब, असहाय, बेबस जनता भूख से व्याकुल है और हमारे जिला प्रशासन के हुक्मरानों को इस समय राजनीति दिख रही है…. नंबर बढ़ाने का शौक है…..साहेबानों इस समय पक्षपात नहीं बल्कि मानवीयता दिखानी चाहिए…..लगातार मेरे कहने के बाद भी मेरे क्षेत्र की जनता को राशन न दिया जाना दिखाता है कि प्रशासन अब कठपुतली की तरह चल रहा है…मैं लॉक डाउन के कारण राजनीतिक नहीं होना चाहता, मुझे कठोर निर्णय लेने के लिए विवश न करो… मेरे द्वारा डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मियों की आवाज उठाई गई, कोई निर्णय नहीं लिया गया, अब मासूम जनता को भूखा मारने की तैयारी….कोई भी मुझे विपक्षी विधायक समझने की गलतफहमी न पाले….मैं विधायक बाद में अपनी जनता का प्रतिनिधि पहले हूं….एक बात स्मरण रहे, कोरोना के इस संकट के जाने के बाद, आगे जहां और भी हैं…,जनता सब जानती है।