मध्य प्रदेश तेजी से एक प्रमुख निवेश केंद्र के रूप में उभर रहा है, और इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए अडानी ग्रुप ने राज्य में दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं की घोषणा की है। दरअसल ग्वालियर में आयोजित ‘रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव’ में अडानी ग्रुप के सीईओ करन ने अडानी ने इन परियोजनाओं का ऐलान किया है।
वहीं इस कॉन्क्लेव का आयोजन राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में हुआ, जिसमें देश-विदेश के प्रमुख उद्योगपति, निवेशक और प्रतिनिधि शामिल हुए।
गुना में 2 मिलियन टन की सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट स्थापित करेगा अडानी ग्रुप
दरअसल करन अडानी ने ग्वालियर में आयोजित इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं की घोषणा की है। जानकारी के अनुसार पहली परियोजना के तहत अडानी ग्रुप गुना में 2 मिलियन टन की सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट स्थापित करेगा। जिसके चलते यह इकाई राज्य में सीमेंट उत्पादन को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का काम करेगी।
दूसरी परियोजना
वहीं दूसरी परियोजना शिवपुरी में एक अत्याधुनिक प्रणोदक उत्पादन सुविधा स्थापित करने की है, जो भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। दरअसल इन दोनों परियोजनाओं पर कुल 3500 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, जिससे 3500 से अधिक डायरेक्ट और इनडाइरेक्ट नौकरियां उपलब्ध होंगी।
करन अडानी ने बताया मध्य प्रदेश में अडानी ग्रुप का अब तक का योगदान
वहीं इस दौरान करन अडानी ने बताया कि अडानी ग्रुप ने अब तक मध्य प्रदेश राज्य में 18,250 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस निवेश से राज्य में सीमेंट, रक्षा, सड़क, थर्मल पावर, नवीकरणीय ऊर्जा और ट्रांसमिशन परियोजनाओं के क्षेत्र में 12,000 से अधिक नौकरियां सृजित हुई हैं। उन्होंने यह भी बताया है कि ग्वालियर में स्थापित अडानी डिफेंस फैसिलिटी देश का सबसे बड़ा लघु हथियार संयंत्र है और इसने मध्य प्रदेश को छोटे हथियार निर्माण के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित किया है।
शिवपुरी में महिला सशक्तिकरण के लिए जैकेट उत्पादन केंद्र बनाएगा अडानी ग्रुप
इसके साथ ही अडानी ग्रुप ने शिवपुरी जिले के बदरवास में एक जैकेट उत्पादन केंद्र स्थापित करने की योजना भी बनाई है। करन अडानी ने घोषणा की है कि इस केंद्र को अडानी फाउंडेशन द्वारा स्थापित किया जाएगा और यह केंद्र पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित होगा। यह परियोजना अडानी फाउंडेशन की महिला सशक्तिकरण पहल का हिस्सा है, जिससे महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा।