रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एमपीसी बैठक के बाद रेपो रेट में बदलाव किया है। 5 साल बाद दरों में कटौती हुई है। आरबीआई के इस फैसले के बाद कई बैंकों ने लोन से ब्याज दरों में बदलाव किया है। रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट में 0.25% की कमी कर दी है। इसका फायदा होम लोन (Loan Rates) लेने वाले ग्राहकों को होगा। ईएमआई का बोझ घटाने का विकल्प मिलेगा।
आरबीआई द्वारा तय किए गए रेपो रेट के आधार पर बैंक लोन के लिए रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट निर्धारित करते हैं। इसी पर ग्राहकों को कर्ज देते हैं। यदि कोई ग्राहक आरएलएलआर से जुड़ा होम लोन का विकल्प चुनना है तो ब्याज दरों में रेपो रेट के आधार पर उतार-चढ़ाव होता रहता है। इस लिस्ट में देश के बड़े सरकारी बैंक शामिल हैं। बता दें कि हाल ही में प्राइवेट सेक्टर के एचडीएफसी बैंक ने ओवरलाइट लोन के MCLR में वृद्धि करते हुए लोन महंगा कर दिया था।
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यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
इस बैंक ने ईबीएलआर (रेपो रेट) और एमसीएलआर दोनों में संशोधन किया है, जो 11 फरवरी से प्रभावी हैं। नई एमसीएलआर दरें 10 मार्च 2025 तक प्रभावी रहेंगी। ईबीएलआर रेट को 9.25% से घटाकर बैंक ने 9% कर दिया है। वहीं एमसीएलआर 8.20% से लेकर 9.30% है।
बैंक ऑफ इंडिया
BOI ने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट को 9.35% से घटाकर 9.10% कर दिया है। दरें 7 फरवरी से प्रभावी हैं। बैंक ऑफ इंडिया की नई एमसीएलआर दरें 1 फरवरी से लागू हैं, जो 8.25% से 9.20% है।
पंजाब नेशनल बैंक
पीएनबी ने 10 फरवरी को नए बीपीएलआर दरें प्रभावी की हैं। दरों को 9.25% से घटाकर 9% कर दिया है। वहीं एमसीएलआर दरों 0.5% में इजाफा किया है, जो 8.40% से 9.35% है।
बैंक ऑफ बड़ौदा
बैंक ने नए रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट को 10 फरवरी से लागू किया है। वहीं 12 फरवरी से नई एमसीएलआर दरें लागू हो चुकी हैं। बीपीएलआर 9.10% है। वहीं एमसीएलआर 8.15% से 9% है।
इंडियन ओवरसीज बैंक
इस बैंक ने आरएलएलआर में बदलाव किया है। दरों को 9.35% से घटाकर 9.10% कर दिया है, जो 11 फरवरी से प्रभावी हैं। वहीं एमसीएलआर दरें 8.25% से 9.15% है, 15 जनवरी 2025 से प्रभावी हैं।