इस समय पूरी दुनिया में एलेक्ज़ेंडर वांग का नाम चर्चा में है। 28 साल के इस व्यक्ति पर दुनिया के सबसे अमीरों की लिस्ट में शामिल मार्क जुकरबर्ग ने बड़ा दांव खेला है। दरअसल, मार्क जुकरबर्ग की ओर से एलेक्ज़ेंडर वांग के स्टार्टअप पर 14 अरब डॉलर से ज्यादा का निवेश किया गया है। इतना ही नहीं, मेटा के सीईओ ने बड़ा निर्णय लेते हुए मेटा के पूरे एआई ऑपरेशन का प्रमुख भी एलेक्ज़ेंडर वांग को बनाया है। इसके बाद अब सभी के मन में यह सवाल उठने लगा है कि आखिर एलेक्ज़ेंडर वांग कौन हैं और उन पर मार्क जुकरबर्ग ने यह दांव क्यों खेला है।
दरअसल, आज के समय में बदलती टेक्नोलॉजी पर माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, एप्पल और मेटा जैसी दिग्गज कंपनियां बड़ी मात्रा में निवेश कर रही हैं। ये कंपनियां अपने ऑपरेशंस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को जोड़ रही हैं। एआई के आगमन के साथ ही आईटी इंडस्ट्री की तस्वीर अब बदलने लगी है। अब इसे लेकर फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने भी बड़ा निर्णय लिया है।
क्यों हो रही पूरी दुनिया में चर्चा?
बता दें कि मेटा ने अब 28 वर्षीय एलेक्ज़ेंडर वांग को नया एआई ऑफिसर और मेटा सुपर इंटेलिजेंस लैब का मुख्य अधिकारी बना दिया है। इसके अलावा मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने एलेक्ज़ेंडर वांग के स्टार्टअप में लगभग 14 अरब डॉलर से ज्यादा का निवेश किया है। वांग अब दुनिया के सबसे बेहतरीन टेक्निकल विशेषज्ञों की टीम के साथ सुपर इंटेलिजेंस प्रोग्राम का नेतृत्व करेंगे। मेटा ने भविष्य के सुपर इंटेलिजेंस एआई सिस्टम को विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
दरअसल, एलेक्ज़ेंडर वांग की ओर से एक इंटरनल मेमो में कहा गया है कि “सुपर इंटेलिजेंस आ रही है, अब हमें इसे गंभीरता से लेना होगा। हमें अपने सर्च, प्रोडक्ट और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे प्रमुख क्षेत्रों के इर्द-गिर्द खुद को एकत्रित करना होगा।” इससे साफ होता है कि अब मेटा न सिर्फ एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है बल्कि एक एआई ड्रिवन टेक जाइंट की ओर तेजी से बढ़ रही है।
जानिए कौन है एलेक्ज़ेंडर वांग?
दरअसल, मार्क जुकरबर्ग के इस बड़े निर्णय के बाद पूरी दुनिया में यह चर्चा छा गई है कि आखिर एलेक्ज़ेंडर वांग कौन हैं। बता दें कि वांग का सफर आसान नहीं रहा। 19 वर्ष की उम्र में वांग ने अपनी दोस्त लूसी गुओ के साथ मिलकर स्केल एआई नामक एक स्टार्टअप शुरू किया था। दोनों ने दिन-रात मेहनत कर स्टार्टअप पर अपना कीमती वक्त दिया था। दरअसल, दोनों ने सीमित संसाधनों में लगातार प्रयोग करते हुए अपने सपने को साकार करने का काम किया। आखिरकार, उनकी इस लगन और मेहनत के चलते स्केल एआई जल्द ही एआई ट्रेनिंग डेटा के क्षेत्र में एक अग्रणी कंपनी बन गई।





