क्या आप भी अपना पैसा कहीं निवेश करने का प्लान बना रहे हैं या फिर आप भी SIP और म्युचुअल फंड को लेकर कन्फ्यूज है? दरअसल नौकरी पेशा व्यक्ति अपनी आय में से कुछ पैसा निवेश करने की सोचता है।लेकिन कई बार वह निवेश को लेकर दुविधा में दिखाई देता है। उसके सामने यह सवाल होता है कि पैसा SIP में निवेश किया जाना चाहिए या फिर म्युचुअल फंड में निवेश करना सही रहेगा।
यदि आप भी इन्हीं सवालों से परेशान हैं तो हम आपको इस खबर में SIP और म्युचुअल फंड दोनों की पूरी जानकारी देने वाले हैं। जिसकी मदद से आप आसानी से यह समझ सकें कि पैसा SIP में निवेश करना सही होगा या फिर म्युचुअल फंड में इसे निवेश करना चाहिए।
जानिए क्या है SIP और कैसे होता है इसमें निवेश?
सबसे पहले हम SIP में निवेश को समझते हैं। दरअसल SIP का मतलब होता है, सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी इसमें एक सिस्टमैटिक तरीके से इन्वेस्टमेंट किया जाता है। बता दें कि यह म्युचुअल फंड में निवेश करने का ही एक तरीका है। इसमें तय राशि में हर महीने निवेश किया जाता है। इसमें निवेश करने से बाजार के उतार-चढ़ाव से बचा जा सकता है। इसके साथ ही SIP निवेश में लॉन्ग टर्म प्रॉफिट देता है। हालांकि ध्यान देने योग्य बात यह है कि SIP में नियमित रूप से निवेश किया जाता है। यानी हर महीने एक तय राशि में इसमें निवेश करना जरूरी है। SIP में निवेश करने का सबसे बड़ा प्रॉफिट यह है कि, आप छोटी रकम से भी एक बड़ी रकम बना सकते हैं।
जानिए क्या है म्युचुअल फंड और इसमें कैसे किया जाता है निवेश?
दरअसल म्युचुअल फंड SIP से थोड़ा अलग है। इसमें निवेशक अपना पैसा एक प्रोफेशनल फंड मैनेजर द्वारा निवेश कराते हैं। यानी निवेशक के पैसे को एक प्रोफेशनल मैनेजर सही जगह पर निवेश करता है। मैनेजर द्वारा इसे शेयर बॉन्ड और अन्य सेक्टर में निवेश किया जाता है। बता दें कि म्युचुअल फंड्स विभिन्न प्रकार के होते हैं, जैसे इक्विटी म्युचुअल फंड, डेट फंड और हाइब्रिड फंड्स आदि। हालांकि ध्यान देने वाली बात यह है कि म्यूचुअल फंड में एक मुश्त पैसा निवेश किया जाता है। यानी SIP में हर महीने पैसा निवेश किया जाता है, जबकि म्युचुअल फंड में हमें एक मुश्त पैसा निवेश करना होता है। इसके साथ ही बाजार का उतार-चढ़ाव का असर म्युचुअल फंड में दिखाई देता है। हालांकि इसका असर अलग-अलग मॉडल पर हो सकता है।