बॉलीवुड की फिल्म में पहले जहां केवल फैमिली ड्रामा, लव स्टोरी और कॉमेडी थी तो वहीं अब अंदाज थोड़ा बदल गया है। आजकल दर्शकों को रियल स्टोरी पर बेस्ड कहानी ज्यादा पसंद आने लगी है। वैसे दर्शकों की इस पसंद पर आज से नहीं बल्कि लंबे समय से ध्यान दिया जा रहा है। ऐसी कई फिल्में हैं, जिनमें असली कहानी दिखाई गई है।
कई फिल्में ऐसी है, जो किसी घटना पर आधारित है तो वहीं कुछ बायोपिक भी हैं जो किसी एक इंसान के जीवन पर बनाई गई है। फिल्मों में गैंगस्टर के किरदार भी पेश किए गए हैं जिन्हें दर्शकों ने पसंद किया है। यह किरदार नकली नहीं बल्कि असली लोगों पर आधारित है। चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे ही फिल्म और उनके कैरेक्टर के बारे में बताते हैं, जो असल जिंदगी में सच हैं।
धुरंधर में अक्षय खन्ना
इन दिनों धुरंधर और अक्षय खन्ना दोनों ही चर्चा में बने हुए हैं। फिल्म में एक्टर को खतरनाक रहमान डकैत के रूप में दिखाया गया है। उनका यह किरदार शांत है लेकिन डर पैदा करता है और अचानक बदल जाने वाले स्वभाव की वजह से काफी इंप्रेसिव है। एक्टर के रफ टफ लुक ने लोगों का दिल जीत लिया है। उन्हें जमाकर प्रशंसा मिली है।
वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई
इस फिल्म में इमरान हाशमी और अजय देवगन के कैरेक्टर को काफी इंटेंस बताया गया है। इमरान का किरदार दाऊद से प्रेरित था जो 70 के दशक के मुंबई क्राइम वर्ल्ड को सामने लाया था। एक्टर ने काफी बारीकी से इस किरदार को पर्दे पर पेश किया था।
अजय देवगन बने सुल्तान मिर्जा
वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई में अजय देवगन का किरदार भी काफी मजबूत था। उन्होंने हाजी मस्तान से प्रेरित सुल्तान मिर्जा का किरदार निभाया था। यह एक ताकतवर स्मगलर बनता है और फिर धीरे-धीरे उसकी दुनिया बिखर जाती है। अजय ने अपनी एक्टिंग से इस रोल को काफी प्रभावशाली बना दिया था।
डैडी में अर्जुन रामपाल
अर्जुन रामपाल को फिल्म डैडी में गैंगस्टर से नेता बनने वाले अरुण गवली के किरदार में देखा गया है। इस फिल्म में गवली की जिंदगी के अवतार चढ़ाव और मुंबई की गलियों से लेकर राजनीति तक का सफर दिखाया गया है। एक्टर का लुक और बॉडी लैंग्वेज लोगों को काफी पसंद आया था।
शूट आउट एट वडाला
इस फिल्म में जॉन अब्राहम को गैंगस्टर मान्या सुर्वे के किरदार में देखा गया था। 1982 में हुए एक बड़े पुलिस एनकाउंटर की कहानी फिल्म में दिखाई गई है जिसमें सुर्वे खत्म हो गया था। फिल्म में एक्टर की इमोशनल इंटेंसिटी और बॉडी लैंग्वेज कमाल की है।
कंपनी
अपनी वर्सेटाइल फिल्मों के लिए प्रसिद्ध राम गोपाल वर्मा फिल्म कंपनी में विवेक ओबेरॉय को छोटा राजन से प्रेरित किरदार में लेकर आए थे। कल मैं बताया गया था कि कैसे दौड़ और छोटा राजन के बीच रिश्ते बिगड़ जाते हैं। इस कैरेक्टर में एक्टर का डर, गुस्सा और इमोशन बहुत सटीकता से दिखाया गया है। ये विवेक के करियर की हाईलाइटेड फिल्मों में से एक है।





