Budget 2024 : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अगले सप्ताह संसद में नया बजट पेश करने जा रही हैं, जिससे शेयर बाजार के निवेशकों को बड़ी उम्मीदें हैं। दरअसल विशेषज्ञों का मानना है कि इस बजट में कैपिटल गेन टैक्स में राहत देने के उपाय शामिल हो सकते हैं, जिससे निवेशकों को वित्तीय लाभ मिलेगा और भारतीय शेयर बाजार में निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा। अगर सरकार इस दिशा में कदम उठाती है, तो यह न केवल निवेशकों के लिए लाभकारी होगा, बल्कि बाजार की स्थिरता और विकास को भी बढ़ावा देगा।
संभावित कैपिटल गेन टैक्स सुधार
दरअसल शेयर बाजार में निवेश करने वाले लाखों निवेशकों के लिए यह बजट महत्वपूर्ण हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, सरकार लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (LTCG) की लिमिट को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये कर सकती है। इसके अतिरिक्त, इंडेक्सेशन के लाभ को पुनः लागू करने की भी संभावना है, जिसे 2018 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने समाप्त कर दिया था।
वर्तमान कैपिटल गेन टैक्स नियम
बता दें कि वर्तमान में, यदि कोई निवेशक लिस्टेड शेयर को एक साल से कम समय के लिए होल्ड करता है, तो उसे 15% की दर से शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स (STCG) देना होता है। यदि होल्डिंग अवधि एक साल से अधिक होती है और लाभ 1 लाख रुपये से अधिक होता है, तो 10% की दर से लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (LTCG) देना होता है।
शेयर बाजार निवेश: सीधे शेयरों में निवेश करने पर कैपिटल गेन टैक्स लागू होता है।
म्यूचुअल फंड: इक्विटी या डेट फंड में निवेश पर भी कैपिटल गेन टैक्स देना होता है।
गोल्ड-सिल्वर और प्रॉपर्टी: इन एसेट क्लास पर भी कैपिटल गेन टैक्स लागू होता है, जो उनकी होल्डिंग अवधि और लाभ की मात्रा पर निर्भर करता है।
बजट में संभावित लाभ
दरअसल 2018 में लागू हुए कैपिटल गेन टैक्स नियमों के अनुसार, 1 लाख रुपये से अधिक के लाभ पर 10% की दर से टैक्स लगाया गया था। इसके साथ ही, इंडेक्सेशन का लाभ समाप्त कर दिया गया था। यदि इस बजट में इंडेक्सेशन का लाभ फिर से पेश किया जाता है, तो इससे निवेशकों को मुद्रास्फीति के प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही, LTCG की लिमिट को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये करने से भी निवेशकों को बड़ी राहत मिल सकती है।
विश्लेषकों का मानना है कि अगर सरकार कैपिटल गेन टैक्स में सुधार करती है, तो इससे शेयर बाजार के निवेशकों को बड़ा लाभ होगा। विशेषकर म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। इससे निवेशकों का मनोबल बढ़ेगा और वे बाजार में अधिक निवेश करने के लिए प्रोत्साहित होंगे।