50 हजार के बजट में शुरू करें ये 4 बिजनेस, होगा बम्पर मुनाफा, पूरा होगा अमीर बनने का सपना

Manisha Kumari Pandey
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Business Ideas: नौकरी में भले की कम रिस्क होता है, लेकिन यह सीमित होता है। एक निर्धारित वेतन में 8-10 घंटे का जॉब हर किसी को पसंद नहीं आता। कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। आजकल के दौर में कई उदाहरण भी देखने को मिलते हैं। पढ़ें-लिखें लोग नौकरी छोड़कर कारोबार में जुट रहे हैं। यदि आप भी अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो यह खबर आपके काम की साबित हो सकती है। हम ऐसे बिजनेस के बारे में बताने में जा रहे हैं जिसे 50 हजार रुपये के बजट भी शुरू किया जा सकता है।

अचार का कारोबार

अचार भारतीय खान-पान का अहम हिस्सा होता है। इसका करोबार कम लागत में शुरू किया जा सकता है। यह बिजनेस चल जाने पर आपको अमीर बना सकता है। यदि स्वाद और गुणवत्ता अच्छी हो तो ग्राहकों के थाली में आपका प्रोडक्ट जगह बना सकता है। आप ऑनलाइन और लोकल मार्केट में इसकी बिक्री कर सकते हैं।

ट्यूशन क्लासेस

यदि आपके पास ज्ञान है और इसे शेयर करने का तरीका पता है तो ट्यूशन क्लासेस चलाकर लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं। इसे 50 हजार रुपये के बजट में भी शुरू किया जा सकता है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से यह कारोबार किया जा सकता है।

फूड स्टॉल

अपने सोशल मीडिया पर कई लोगों के बारे में सुना होगा, जो इंजीनियरिंग और एमबीए जैसे कोर्स को पूरा करने के बाद फूड स्टॉल या चाय का स्टॉल लगा रहे हैं। फूल स्टॉल और फूड ट्रक के बिजनेस को बेहद ही कम लागत में शुरू किया जा सकता है। इससे मुनाफा भी काफी ज्यादा होता। आप मोमो, नूडल्स, गोलगप्पा और अन्य स्ट्रीट फूड के स्टॉल से अपने बिजनेस पर्सन बनने का सफर शुरू कर सकते हैं।

ईवेंट मैनेजर

ईवेंट मैनेजिंग और वेडिंग प्लानर का बिजनेस शुरू करने में बहुत कम पैसे लगते हैं, लेकिन इसका रिटर्न काफी ज्यादा होता है। बाद में कमाई और मुनाफा देखते हुए आप बिजनेस का विस्तार अलग-अलग स्थानों पर भी कर सकते हैं।


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पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

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