एक तरफ जहां डोनाल्ड ट्रम्प की जीत के चलते भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी गई तो वहीं दूसरी और भारतीय रुपये में ऐतिहासिक गिरावट देखने को मिल रही है। जानकारी के अनुसार अमेरिकन डॉलर भारतीय रूपये के मुकाबले ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया है। जिसके चलते भारतीय रूपये की हाल अब तक सबसे खराब नजर आ रही है। हालांकि अब बड़ी गिरावट के चलते यह उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही RBI द्वारा इस मामले में दखल दी सकती है।
दरअसल बीते दिन जैसे-जैसे अमेरिका में चुनाव के नतीजों की स्थिति साफ होने लगी वैसे वैसे अमेरिकन डॉलर की स्थिति भी मजबूत होती चले गई। वहीं कुछ ही समय में भारतीय रुपया ऐतिहसिल गिरावट पर आ गया। बुधवार को भारतीय रुपया ऐतिहासिक गिरावट के चलते 84.19 रुपये प्रति डॉलर के निचले स्तर पर पहुंच गया।
भारतीय रुपया ऐतिहासिक निचले स्तर
दरअसल बुधवार को भारतीय रुपया 84.19 रुपये प्रति डॉलर के ऐतिहासिक निचले स्तर पर देखा गया। वहीं आज यानी गुरूवार को एक बार फिर डॉलर के मुकाबले रुपये में 5 पैसे की गिरावट देखने को मिली। आज के आंकड़ों के मुताबिक डॉलर के मुकाबले रुपये में 5 पैसे की गिरावट देखी गई जिसके चलते आज यह 84.16 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। हालांकि इससे पहले मंगलवार को भारतीय रुपया 84.11 के लेवल पर बंद हुआ था। वहीं अब इसमें ऐतिहासिक गिरावट देखी जा रही है। इसका कारण अमेरिका के चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प का जीतना बताया जा रहा है।
RBI के दखल की लगाई जा रही उम्मीद
हालांकि इस गिरावट के बाद अब उम्मीद लगाई जा रही है कि इसमें जल्द ही केंद्रीय बैंक द्वारा दखल दी सकती है। दरअसल रुपये में ऐतिहासिक कमजोरी देखने को मिल रही है। जिसके चलते अब देश के केंद्रीय रिजर्व बैंक को मामले में दखल देना होगा। रिजर्व बैंक द्वारा जल्द ही रुपये की कमजोरी थामने का उपाय किया जा सकता है। वहीं रूपये में गिरावट को अगर प्रतिशत के नजरिये से देखा जाए तो यह 0.1 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। हालांकि यह गिरावट न सिर्फ भारतीय रुपए में देखी गई जबकि एशियाई करेंसी में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है।