Mahila Samman Certificate : महिलाओं के लिए अच्छी खबर है। बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन द्वारा महिलाओं के लिए महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम को लॉन्च करने के बाद अप्रैल 2023 से इस स्कीम की शुरूआत हो चुकी है। खास बात ये है कि पिछले तीन महीने में महिलाओं के लिए लॉन्च किए गए इस स्कीम में अब तक 10 लाख से ज्यादा महिलाएं निवेश कर चुकी हैं। महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम में अब तक 1.026 मिलियन महिला निवेशक कुल 6,000 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम निवेश कर चुकी हैं। अच्छी खबर ये है कि अब यह सुविधा प्राइवेट बैंकों में भी मिलने वाली है, इस संबंध में वित्त विभाग ने एक अधिसूचना भी जारी की है।
इन बैंकों में भी खुलवा सकते है खाता
दरअसल, केन्द्र सरकार ने छोटी बचत से जुड़ी योजनाओं के दायरे का विस्तार किया है और ये जानकारी दी है कि दूसरी छोटी बचत वाली स्कीम्स की तरह अब महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट अकाउंट भी अब सभी पब्लिक सेक्टर से जुड़े बैंक और कुछ डेजिग्नेटेड बैंकों में खोले जा सकेंगे। फाइनेंस मिनिस्ट्री की जारी अधिसूचना के अनुसार महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश की सुविधा अब आईसीआईसीआई, एक्सिस, एचडीएफसी और आईडीबीआई जैसे प्राइवेट सेक्टर के बैंकों भी उपलब्ध होगी।
बजट में हुआ था ऐलान
इससे पहले महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट की सुविधा 1.59 लाख पोस्ट ऑफिस में भी उपलब्ध करवाई गई थी। इस योजना का ऐलान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2023 से 2024 के सेंट्रल बजट में किया था। योजना का मकसद लड़कियों और महिलाओँ को एम्पावर करना और फाइनेंशियल इंक्लूजन देना है। इस अधिसूचना में सरकार ने ये भी कहा है कि इस योजना को ऑपरेट करने के लिए कुछ शर्तें पूरी करनी होंगी। जैसे इसे ऑपरेट करने वाले बैंक को राष्ट्रीय बचत योजना को चलाने के लिए एक डेडिकेटेड सॉफ्टवेयर होना चाहिए। बैंक की सभी ब्रांच को ये योजन ऑनलाइन मोड में भी चलानी होगी।
2 साल की हो अवधि
अधिसूचना के जरिए बैंकों को ये निर्देश भी दिए गए हैं कि वो पहले से लिस्ट डिक्लेयर कर ये स्पष्ट करें कि उनकी कौन कौन सी ब्रांच नेशनल सेविंग स्कीम्स को ऑपरेट नहीं करती हैं। इस नोफिकेशन में ये भी कहा गया है कि इस स्कीम के तहत होने वाले सभी विड्रॉल और जमाराशि के बारे में बैंकों को एक पीरियोडिक रिपोर्ट भी देनी होगी।दो साल तक चलने वाली इस स्कीम पर 7.5 प्रतिशत की ब्याज दर मिल रही है, साथ ही आंशिक निकासी की सुविधा भी उपलब्ध है। इस स्कीम में दो लाख रु तक का निवेश किया जा सकता है, जिसके लिए नजदीकी पोस्ट ऑफिस या फिर स्कीम को संचालित करने वाले बैंक में जाना होगा।
जानिए ये प्रमुख बिन्दु
- वित्त मंत्रालय के नोटिफिकेशन के मुताबिक सभी सरकारी बैंकों समेत आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और आईडीबीआई बैंक को इस योजना को ऑपरेट करने के लिए कहा गया है।
- योजना के मुताबिक महिलाओं के लिए दो साल की इस डिपॉजिट स्कीम में निवेश पर 7.5 फीसदी सालाना ब्याज मिलेगा। ब्याज की रकम को हर तिमाही बाद खाते में ट्रांसफर किया जाएगा।
- केवल महिलाएं ही खाते खोल सकती हैं या फिर किसी नाबालिग लड़की के नाम पर उसके अभिभावक खाते खोल सकते हैं।
- कोई महिला या नाबालिग लड़की के नाम 31 मार्च 2025 तक इस स्कीम में खाता खोला जा सकता है।
- स्कीम के खाते में 1,000 रुपये से लेकर 2 लाख रुपये तक डिपॉजिट किया जा सकता है। स्कीम के मैच्योरिटी के बाद अकाउंट होल्डर फॉर्म-2 भरकर पैसा निकाल सकते हैं।
- स्कीम की अवधि के एक साल के पूरा होने के बाद भी अकाउंट होल्डर के पास 40 फीसदी रकम निकालने का विकल्प मौजूद है।
- अगर महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश पर मिलने वाला ब्याज 40,000 रुपये सालाना से ज्यादा नहीं है तो उसपर टीडीएस नहीं देना होगा, बल्कि इस स्कीम में निवेश करने पर ब्याज से जो आय होगी वो अकाउंट होल्डर के आय में जुड़ेगा और टैक्स स्लैब के मुताबिक टैक्स चुकाना होगा।