New Rules: आज से बदल गए पैसों से जुड़े ये 6 नियम, आमजन के जेब पर पड़ेगा असर, पढ़ें पूरी खबर

1 फरवरी से कई नियम बदल चुके हैं। इसका असर आम आदमी के जेब पर भी पड़ेगा। आइए जानें किन-किन नियमों में बदलाव किया गया है और इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?

Manisha Kumari Pandey
Published on -
New Rules

New Rules From February 1: गुरुवार को वर्ष 2024 का दूसरा महीना शुरू हो चुका है। फरवरी माह के पहले दिन ही कई नए नियम लागू हुए हैं। पैसों से जुड़े इन नियमों में बदलाव का असर आम आदमी के जेब पर पड़ेगा। एलपीजी सिलेंडर के कीमतों में बदलाव हुआ है। मनी ट्रांसफर और एनपीएस से संबंधित नियमों में भी बड़ा बदलाव हुआ है।

फास्टटैग से जुड़ा नया नियम 29 फरवरी के बाद लागू होगा

फास्टटैग यूजर्स के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। फास्टटैग की केवाईसी अपडेट करवाने की डेडलाइन अब 29 फरवरी है। केवाईसी अपडेट न कराने पर फास्टटैग अकाउंट ब्लैकलिस्ट हो सकता है।

एलपीजी सिलेंडर हुआ महंगा

1 फरवरी को कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के कीमतों में 14 रुपये बढ़ोत्तरी हुई है। सिलेंडर के दाम 1755.50 रुपये से बढ़कर 1769.50 रुपये हो गए हैं।

मनी ट्रांसफर से जुड़ा यह नियम बदला

आईएमपीएस से जुड़े नए नियम 1 फरवरी से लागू हो चुके हैं। पैसे ट्रांसफर करने के लिए आईएफएससी कोड की जरूरत नहीं पड़ेगी। बैंक अकाउंट नंबर और मोबाइल नंबर से जरिए से एक बैंक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पैसों का लेनदेन हो पाएगा।

एनपीएस से जुड़े नियम बदले

नेशनल पेंशन सिस्टम के निकासी के नियमों में बड़ा बदलाव हुआ है। नए नियम आज से लागू हो चुके हैं। लाभार्थियों को बच्चे के पढ़ाई, शादी, घर या फ्लैट खरीदने या बनाने के लिए पैसे निकालने की अनुमति होगी।

बैंकिंग से जुड़े नियमों में बदलाव

एसबीआई होम लोन छूट का लाभ उठाने की डेडलाइन समाप्त हो चुकी है। इसके अलावा पंजाब एंड सिंध बैंक के 444 दिनों के स्पेशल एफडी का लाभ भी अब नहीं उठाया जा सकता है।

पेटीएम पेमेंट बैंक से जुड़ा बदलाव

आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट बैंक को नए ग्राहक, वॉलेट, फास्टटैग्स स्वीकार करने पर प्रतिबंध लगाया है। 29 फरवरी के बाद किसी भी जमा और क्रेडिट लेनदेन की अनुमति नहीं होगी।

 

 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News