जियो आईपीओ का लंबे समय से निवेशकों द्वारा इंतजार किया जा रहा है। दरअसल इसमें बोली लगाने के लिए निवेशक पिछले 5 साल से इंतजार कर रहे हैं। रिलायंस जियो का यह आईपीओ भारत का सबसे बड़ा आईपीओ होने वाला है। ऐसे में इसे बेहतरीन रिस्पॉन्स मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि अभी तक इसकी तारीख सामने भी आई है। जियो इस आईपीओ के जरिए लगभग 6 बिलियन डॉलर जूता सकती है। यानी अगर ऐसा होता है तो यह अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ बन जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो यह महा आईपीओ 2025 के दूसरी या तीसरी तिमाही में लॉन्च हो सकता है। इस आईपीओ को लेकर मुकेश अंबानी ने खुद ऐलान किया था कि आने वाले 5 सालों में यह आईपीओ बाजार में दस्तक देगा।
आईपीओ लेट होने से रिटेल कारोबार में कमी
दरअसल विदेशी ब्रोकरेज हाउस सीएलएसए ने एक रिपोर्ट में बताया कि रिलायंस का यह आईपीओ लेट हो जाने के चलते रिलायंस के शेयर में भी ठंडा कारोबार देखने को मिला है। रिलायंस के रिटेल का कारोबार धीमा पड़ गया है। हालांकि कंपनी द्वारा कोशिश की जा रही है कि रिटेल के कारोबार को तेजी के रुख की ओर मोड़ा जाए। हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि निवेशकों का रुख रिलायंस की ओर तेजी से बढ़ेगा और अच्छा रिटर्न शेयर दे सकता है। दरअसल कंपनी की वैल्यूएशन पर नजर डाली जाए, तो यह लगभग 125 बिलियन डॉलर की है। ऐसे में इसका आईपीओ 6.25 बिलियन डॉलर का हो सकता है।
सेबी के नियमों पर डालें नजर
बता दें कि रिलायंस जियो देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम प्रोवाइडर कंपनी है। कंपनी के इस आईपीओ में प्रमोटर्स द्वारा 5 फीसदी तक हिस्सेदारी बेची जा सकती हैं। वहीं सेबी के नियमों पर नजर डालें तो प्रमोटर्स के लिए आईपीओ के लॉन्च करने के समय कम से कम 5 फीसदी हिस्सेदारी को बेचना जरूरी होता है। दरअसल अभी तक इसके आईपीओ की तारीख सामने नहीं आई है। 2025 में रिलायंस जियो का आईपीओ बाजार में दस्तक दे सकता है। बता दें कि इसके बाद कंपनी द्वारा रिलायंस रिटेल का आईपीओ (Reliance Retail IPO) भी लाया जाएगा।