SEBI KYC: करोड़ों निवेशकों के लिए बाजार नियामक सेबी ने बड़ी राहत दी है। दरअसल सेबी ने हाल ही में केवाईसी नियमों में किए गए बदलावों को और सरल बना दिया है। इस निर्णय से उन एक करोड़ से अधिक निवेशकों को फायदा होगा जिनके म्यूचुअल फंड खाते फ्रीज हो गए थे। अब सेबी के इस बड़े कदम से म्यूचुअल फंड खाता धारक को बड़ी राहत मिली है।
सेबी ने केवाईसी में दी राहत:
दरअसल सेबी द्वारा दी गई इस राहत के बाद अब केवाईसी रजिस्ट्रेशन एजेंसियां (केआरए) आधिकारिक डेटाबेस से पैन, नाम, पता, ईमेल और मोबाइल नंबर जैसी जानकारियों की पुष्टि कर सकती हैं। वहीं इस विषय पर सेबी का कहना है कि यदि ये जानकारियां सही पाई जाती हैं, तो उन्हें वैलिडेटेड रिकॉर्ड के रूप में माना जाएगा।
बदलाव 1 अप्रैल से लागू हुए थे:
जानकारी के अनुसार इससे पहले, म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए सेबी ने केवाईसी नियमों को और सख्त कर दिया था, जिसके कारण कई निवेशकों को फिर से केवाईसी कराने की आवश्यकता पड़ी। जानकारी दे दें कि सेबी द्वारा ये नए नियम 1 अप्रैल 2024 से लागू किए गए थे, और जिन्होंने नई केवाईसी नहीं कराई थी, उनके म्यूचुअल फंड खाते फ्रीज कर दिए गए थे।
कई अकाउंट्स होल्ड किए गए थे:
वहीं सूत्रों के अनुसार, अधूरी केवाईसी के कारण लगभग 1.3 करोड़ म्यूचुअल फंड खाते होल्ड कर दिए गए थे। इसके साथ केवाईसी रजिस्ट्रेशन एजेंसियों ने जानकारी दी थी कि निवेशकों ने केवाईसी की प्रारंभिक प्रक्रिया में ऐसे दस्तावेजों का उपयोग किया था जो अब आधिकारिक रूप से मान्य नहीं हैं, या उन्होंने आधार के माध्यम से केवाईसी को पूरा नहीं किया था। इसी कारण उनके खाते होल्ड किए गए। हालांकि, सेबी द्वारा दी गई नई छूट से इन निवेशकों को राहत मिलने की उम्मीद है।
म्यूचुअल फंड खाते को होल्ड करने से ऐसे निवेशकों को अधिक परेशानी हो रही थी, जो एनआरआई हैं या भारत के बाहर किसी अन्य देश में निवास करते हैं। उन्हें अपने म्यूचुअल फंड खाते से निकासी करने में दिक्कत हो रही थी, क्योंकि उनके खाते को होल्ड कर दिया गया था। अब केआरए की पुष्टि के बाद, उनकी केवाईसी को पूर्ण मान्यता दी जा सकती है और होल्ड किया गया खाता हटाया जा सकता है।