आज, 4 सितंबर 2024 को शेयर बाजार (Share market) में हल्की गिरावट की संभावना जताई जा रही है। दरअसल इसका प्रमुख कारण देखा जाए तो, कमजोर वैश्विक संकेत और अमेरिकी शेयर बाजारों में आई भारी गिरावट हो सकता है। वहीं पिछले 14 दिनों से निफ्टी इंडेक्स (Nifty Index) में लगातार तेजी देखने को मिल रही थी, मगर आज निवेशकों को इस लंबे उछाल के बाद पहली बार गिरावट का सामना करना पड़ सकता है ऐसी संभावनाएं जताई जा रही है।
दरअसल अमेरिकी बाजारों (Share market) में 3 सितंबर को भारी गिरावट देखी गई थी, जानकारी के अनुसार डाओ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 626.15 अंक या 1.51% की कमी के साथ 40,936 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं इसके अलावा, S&P 500 इंडेक्स में भी 2.12% की गिरावट आई और यह 5,528.93 पर आकर थमा है।
इस वजह से जताई जा रही गिरावट की संभावना (Share market)
जब्कि नैस्डैक कम्पोजिट इंडेक्स में सबसे अधिक गिरावट दर्ज हुई, जो 3.26% घटकर 17,136.30 पर बंद हुआ। अमेरिकी बाजारों की इस बड़ी गिरावट के कारण ही आज भारतीय बाजारों पर नकारात्मक असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
निफ्टी इंडेक्स (Nifty Index) ने बनाया नया रिकॉर्ड
बता दें कि निफ्टी इंडेक्स (Nifty Index) ने मंगलवार को लगातार 14वें दिन उछाल दर्ज किया, जो निफ्टी के इतिहास में सबसे लंबी बढ़त की अवधि बताई जा रही है। दरअसल 1996 में लॉन्च होने के बाद पहली बार ऐसा हुआ है। इससे पहले, 2007 में निफ्टी ने लगातार 11 दिनों तक बढ़त बनाई थी, जबकि जनवरी 2015 और अप्रैल 2014 में निफ्टी ने 10 दिनों तक लगातार तेजी दिखाई थी।
हालांकि निफ्टी में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है, लेकिन इसके बादजूद बाजार (Share market) विश्लेषकों का मानना है कि अब इसमें गिरावट की संभावना है। इसका मुख्य कारण अमेरिकी बाजारों में आई गिरावट है, जिसका प्रभाव भारतीय बाजारों पर भी देखने को मिल सकता है।
दरअसल मंगलवार को विदेशी और घरेलू निवेशकों ने कैश मार्केट में कुल 2925 करोड़ रुपए का निवेश किया था। वहीं इस दौरान, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 1029 करोड़ रुपए और घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 1896 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। यह निवेश बताता है कि निवेशक भारतीय बाजारों (Share market) में अब भी अवसर देख रहे हैं, लेकिन वैश्विक बाजार के संकेतकों का इन निवेशों पर असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।