देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक ने दिया तोहफा, सस्ता किया लोन, MCLR दरें घटी, कम होगी ईएमआई

फिक्स्ड डिपॉजिट के बाद अब एचडीएफसी बैंक ने एमसीएलआर में बदलाव किया है। नए रेट लागू हो चुके हैं। इसका प्रभाव लोन और ईएमआई पर पड़ेगा।

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Bank Loan Rates: नए साल की शुरुआत में देश के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंक ने ग्राहकों को राहत दी है। कुछ चुनिंदा टेन्योर के लिए मार्जिनल फंड्स कोस्ट लेंडिंग रेट (MCLR) घटाया है। दरों में 5 बीपीएस की कटौती हुई है। नए रेट 7 जनवरी मंगलवार यानि आज से प्रभावी होंगे।

एमसीएलआर के आधार पर भी बैंक लोन के लिए सबसे कम ब्याज दरों को निर्धारित करते हैं। दरों में कटौती का सीधा असर लोन और ईएमआई पर पड़ता है। पर्सनल लोन, व्हीकल लोन, होम लोन, बिजनेस लोन एमसीएलआर से जुड़े सभी प्रकार के लोन सस्ते होते हैं। ईएमआई का बोझ भी कम होता है।

अब क्या है एमसीएलआर? (HDFC Bank MCLR)

दरों में संशोधन के बाद एचडीएफसी बैंक एमसीएलआर रेट 9.15% से लेकर 9.45% के बीच है। ओवरनाइट एमसीएलआर 9.15% है। एक महीने के लिए दरें 9.20% हैं। 3 महीने के लिए रेट 9.30%, 6 महीने के लिए 9.40%, 2 साल के लिए 9.45% और 3 साल के लिए 9.45% है। बता दें कि बैंक ने सितंबर 2024 में बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट्स में संशोधन किया था, जो फिलहाल 17.95% हैं। वहीं बेस रेट 9.45% है।

बैंक ने किया एफडी के ब्याज दरों में भी बदलाव (Bank FD Rates)

जनवरी 2025 की शुरुआत में ही एचडीएफसी बैंक ने बल्क एफडी के ब्याज दरों में भी बदलाव किया था। 5 करोड़ रुपये और इससे अधिक के टर्म डिपॉजिट के इंटरेस्ट रेट में 5-10 बीपीएस का संशोधन हुआ है। बैंक कम से कम 4.75% और अधिकतम 7.40% रिटर्न ऑफर कर रहा है। वहीं 3 करोड़ रुपये से कम के रेगुलर एफडी पर सामान्य नागरिकों को 3% से लेकर 7.40% ब्याज मिल रहा है। बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 0.50% एक्स्ट्रा ब्याज भी ऑफर कर रहा है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News