Vatsalya Scheme: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024 में राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) के तहत ‘वात्सल्य’ स्कीम की घोषणा की है। दरअसल इस स्कीम का उद्देश्य बच्चों के भविष्य को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। इसके साथ ही, इस बजट में मुद्रा योजना के तहत लोन की सीमा को बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया गया है। आइए विस्तार से इन घोषणाओं के बारे में जानते हैं।
क्या है NPS ‘वात्सल्य’ स्कीम?
दरअसल NPS ‘वात्सल्य’ स्कीम को बच्चों के भविष्य में वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है। इस स्कीम में माता-पिता अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उनकी ओर से निवेश कर सकते हैं। जब बच्चे बालिग होंगे, तो यह अकाउंट रेगुलर NPS में बदल जाएगा।
स्कीम की विशेषताएँ
नियोक्ता योगदान की सीमा बढ़ाई गई: इसके साथ ही प्राइवेट सेक्टर में नियोक्ताओं के लिए NPS योगदान की सीमा कर्मचारी की बेसिक सैलरी के 10% से बढ़ाकर 14% कर दी गई है।
नॉन-NPS स्कीम में बदलने का विकल्प: बच्चे के 18 साल के होने पर इस स्कीम को नॉन-NPS स्कीम में भी बदला जा सकता है।
उच्च रिटर्न: NPS योगदान को स्टॉक और बॉन्ड जैसे बाजार से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में निवेश किया जाता है, जिससे उच्च रिटर्न प्राप्त होता है।
उदाहरण
यदि आपका बच्चा 3 साल का है और आप इस स्कीम में 10,000 रुपये की SIP करते हैं, तो बच्चे के 18 साल के होने पर लगभग 63 लाख रुपये का फंड जमा हो सकता है।
NPS की स्थापना और उद्देश्य
बता दें कि NPS को 2004 में सभी भारतीय नागरिकों को रिटायरमेंट के समय नियमित आय देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। इसे पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा नियंत्रित किया जाता है।