Fri, Dec 26, 2025

MPPSC MPTET के उम्मीदवारों के लिए बड़ी खबर, 2 मार्च से शुरू होगी प्रक्रिया, जल्द करे आवेदन

Written by:Kashish Trivedi
Published:
MPPSC MPTET के उम्मीदवारों के लिए बड़ी खबर, 2 मार्च से शुरू होगी प्रक्रिया, जल्द करे आवेदन

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। UGC ने Free कोचिंग के अंतर्गत सभी निर्धन और आरक्षित श्रेणियों के उम्मीदवारों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए फ्री कोचिंग का आयोजन किया जा रहा है। फ्री कोचिंग के तहत निर्धन उम्मीदवारों को प्रतियोगी परीक्षाओं (competitive exams) की तैयारी करने में मदद की जाएगी। इसी बीच अब मध्य प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा MPPSC MPTET के लिए फ्री कोचिंग (Free Coaching) की तैयारी की गई है।

इसके लिए मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालय द्वारा UGC रिमेडियल कोचिंग के अंतर्गत फ्री कोचिंग अवस्था शुरू की जा रही है। जिसके लिए नोटिस जारी किया गया है। वहीं जारी नोटिस के मुताबिक छात्रों को फ्री कोचिंग में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू की गई है। वही जो छात्र फ्री कोचिंग में प्रवेश लेना चाहते हैं, उसके लिए रजिस्ट्रेशन करवा ले। इसके लिए 21 फरवरी से गणित और तर्क शक्ति सहित 2 मार्च से MPPSC राज्य सेवा परीक्षा और राज्य वन सेवा परीक्षा 2021 और 21 फरवरी से प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 के लिए फ्री कोचिंग व्यवस्था शुरू की जाएगी।

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जारी नोटिस के मुताबिक हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय ने जानकारी देते हुए बताया कि जो उम्मीदवार इसके लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं उन्हें दोबारा रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं होगी रेशम की प्रक्रिया 15 फरवरी से शुरू हो चुकी है। हालांकि फ्री कोचिंग व्यवस्था में प्रवेश लेने के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की आखिरी तारीख की घोषणा नहीं की गई है।

SC, ST, OBC (नॉन-क्रीमी लेयर) और अल्पसंख्यक छात्रों के लिए UGC रेमेडियल कोचिंग छात्रों की कमी को सुधारने और उसका समाधान करने के लिए कोचिंग प्रदान करता है। अधिकांश ग्रामीण छात्र अपनी स्कूली शिक्षा में उचित शिक्षा नहीं पाने के कारण इस योजना के प्राथमिक लाभार्थी बन गए हैं। यूजीसी की योजना में सेवा में प्रवेश, JRF और नेट कोचिंग और अन्य समन्वयकों द्वारा आयोजित समान अवसर भी शामिल हैं। स्पोकन इंग्लिश प्रोग्राम किसी भी छात्र के लिए किसी अन्य कोर्स में शामिल होने के लिए एक कदम है। बदलते शैक्षणिक परिदृश्य को देखते हुए, अधिकांश छात्रों ने अपने अध्ययन में बोली जाने वाली अंग्रेजी और व्याकरण के अत्यधिक महत्व मिलेंगे।