इंडियन एजुकेशन सिस्टम में शोध कार्यों को और अधिक बढ़ावा देने के लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) द्वारा एक नई पहल की शुरुआत की गई है। दरअसल इसके अनुसार, पीएचडी करने वाले रिसर्च स्कॉलर्स को अब हर साल ‘पीएचडी ‘PhD Excellence Award’ से सम्मानित किए जानें का बड़ा फैसला किया गया है। जानकारी के मुताबिक UGC के चेयरमैन एम. जगदीश कुमार ने इस बारे में जानकारी दी है कि “यह पुरस्कार योजना अगले साल से शुरू की जाएगी और हर साल 10 पीएचडी स्कॉलर्स को उनके शोध कार्यों के लिए सम्मानित किया जाएगा।”
दरअसल UGC ने इस पुरस्कार योजना के तहत कई अहम जानकारी दी है। दरअसल जानकारी के मुताबिक इसमें कई विषयों को शामिल किया गया है। बात दें कि इसमें Agriculture और Medical Sciences, Engineering and Technology, Education and Humanities, Indian Languages, और वाणिज्य और management जैसे विषय को रखा हैं।
क्या होगी योग्यता?
जानकारी के अनुसार यह पुरस्कार उन छात्रों को दिया जाने वाला है, जिन्होंने राज्य, केंद्र, प्राइवेट या डीम्ड यूनिवर्सिटीज से पीएचडी की पढ़ाई पूरी की है। हालांकि, केवल वे छात्र ही इस पुरस्कार के पात्र होंगे, जो ऐसे विश्वविद्यालयों से पीएचडी कर रहे हैं, जो UGC की धारा 2(f) के तहत मान्यता प्राप्त कर चुके हैं और NAAC द्वारा मान्यता प्राप्त कर चुके हैं।
जानें इसके लिए कैसे किया जाएगा चयन?
दरअसल पीएचडी एक्सीलेंस अवॉर्ड के लिए चयन प्रक्रिया पर नजर डालें तो यह दो चरणों में पूरी की जाएगी। जानकारी के मुताबिक पहले चरण में विश्वविद्यालय स्तर पर एक स्क्रीनिंग कमिटी बनाई जाएगी, जो उन शोध कार्यों की पहचान करने वाली है जो इस सम्मान के लिए योग्य माना जाता हैं। वहीं इसके लिए कमिटी को UGC को अपने सिफारिशें भेजनी होगी। जबकि दूसरे चरण में, UGC द्वारा नियुक्त पांच चयन समितियाँ होंगी, जो विभिन्न विषयों के अनुसार रिसर्च कार्यों का मूल्यांकन करेंगी। हर समिति हर क्षेत्र से दो विजेताओं का चयन करेगी।