भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में MP Board 10वीं-12वीं की परीक्षा (exam) आयोजित की जा रही है। परीक्षा मार्च के दूसरे सप्ताह तक आयोजित होगी। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) द्वारा की गई है। दरअसल इस साल परीक्षा समय से पहले आयोजित की जा रही है। वहीं कोरोना काल के दौरान परीक्षा मूल्यांकन (exam answer sheet evaluation) के लिए शिक्षकों की तैनाती भी कर दी गई है।
नवीन जानकारी के मुताबिक इस वर्ष बोर्ड परीक्षा में 18 लाख छात्र शामिल हुए हैं। जिसके लिए एक करोड़ से अधिक कॉपियों की जांच की जाएगी। मार्च महीने में परीक्षा समाप्त होने के एक हफ्ते बाद ही मूल्यांकन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जिसके लिए लगभग 30 हजार शिक्षकों को नियुक्त किया जाएगा। यही शिक्षक कॉपियों की जांच करेंगे।
बता दें कि मूल्यांकन का समय भी तय कर दिया गया है। मूल्यांकन 9:00 बजे से शुरू होगा। वही एक शिक्षक एक दिन में कम से कम 30 कॉपियों की जांच करेंगे। बीते 24 घंटे में 45 कॉपियों की जांच की जाएगी। इस दौरान शिक्षकों को ना केंद्र से बाहर जाने की इजाजत होगी और ना ही उन्हें मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की इजाजत होगी।
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माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 10वीं 12वीं उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के लिए शिक्षकों के मापदंड निर्धारित कर दिए गए हैं। विधालय के 3 वर्ष तक पढ़ाने का अनुभव रखने वाले शिक्षकों बोर्ड की कॉपियों की जांच की पात्रता होगी। इससे कम अनुभव रखने वाले शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी।
उच्चतर माध्यमिक शिक्षा-माध्यमिक शिक्षा के कम से कम 3 वर्ष का अध्यापन करने वाले को पर्यवेक्षक के रुप में स्वीकार किया जाएगा। हाईस्कूल परीक्षा की कॉपियों की जांच के लिए पर्यवेक्षक का स्नातक और हायर सेकेंडरी परीक्षा की उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन हेतु संबंधित विषय में स्नातकोत्तर होना अनिवार्य होगा। उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के लिए भी बोर्ड में बदलाव किया गया है। जिसमें सेवानिवृत्त हुए शिक्षकों को पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्ति दी जा सकती है।