वहीं उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से नई शिक्षा नीति के तहत UG की पहली परीक्षा मई के पहले सप्ताह में आयोजित की जाएगी। 1 अप्रैल से ऑनलाइन जमा किए जाएंगे। इतना ही नहीं अब नई शिक्षा नीति के तहत नवीन विषयों को चुनने के नियम भी बदल जाएंगे। साथ ही वोकेशनल कोर्स के मार्क्स को भी मार्कशीट में शामिल किया जाएगा। परीक्षा परिणाम के फॉर्मेट में भी बदलाव किया जाएगा।
दरअसल इस सत्र में बीए, बीकॉम और बीएससी की परीक्षा के बाद प्रथम वर्ष के छात्रों के जो परीक्षा परिणाम आएंगे। उन्हें वोकेशनल कोर्स के नंबर भी शामिल रहेंगे। जिसका फायदा छात्रों को भविष्य में रोजगार दिलाने में मदद करेगा। इसके अलावा अन्य उपयोगी योग्यता में भी शामिल किया जाएगा। इतना ही नहीं परीक्षा परिणाम के Format में बदलने के साथ ही वोकेशनल Course के मूल्यांकन के लिए 100 नए मूल्यांकनकर्त की भी अलग से सूची तैयार की जा रही है।
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बता दे कि UG कोर्स के लिए नर्सरी प्रबंधन, एमएस ऑफिस, राम चरित्र मानस का दार्शनिक चित्रण, लोक प्रशासन हाउसकीपिंग एंड हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट, धन और बैंकिंग, कम्युनिकेटिव अंग्रेजी, एकाउंटिंग, भारतीय अर्थव्यवस्था, भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, खनिज और चट्टान, मधुमक्खी पालन, मानव रोग, गैर पारंपरिक ऊर्जा संसाधन और कंप्यूटर फंडामेंटल के कोर्स को शामिल किया गया है।
इसके अलावा यह सभी जॉब ओरिएंटेड प्रैक्टिकल विषयों की परीक्षा है जिसके लिए किसी न किसी स्किल से बच्चों को जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा नई शिक्षा नीति के तहत ऐसे छात्र, जो मई के प्रथम वर्ष की परीक्षा देकर अगर पढ़ाई बीच में छोड़ देते हैं तो उन्हें सर्टिफिकेट भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके साथ ही द्वितीय वर्ष के परीक्षार्थी को परीक्षा पास करने के बाद पढ़ाई छोड़ने पर डिप्लोमा प्रदान किया जाएगा। यदि कोई छात्र तीसरे वर्ष पहुंचकर किसी कारणवश पढ़ाई छोड़ देता है तो उसे ग्रैजुएट डिग्री प्रधानी की जाएगी जबकि चौथे वर्ष में पढ़ाई छोड़ने पर उसे ग्रैजुएट रिसर्च ऑनर्स की डिग्री उपलब्ध कराई जाएगी।