भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के छात्रों (MP Students) के लिए बड़ी खबर है। MP College पॉलिटेक्निक संस्थाओं (polytechnic institutions) में एडमिशन के लिए जो प्रक्रिया (Admission Process) बदल दी गई है। दरअसल छात्रों को प्रवेश परीक्षा नहीं देनी होगी मेरिट के आधार पर उनका प्रवेश लिया जाएगा।
बता दे कि नए सत्र 2022-23 में दसवीं की मेरिट लिस्ट के आधार पर पॉलिटेक्निक संस्थाओं में प्रवेश दिए जाएंगे। वहीं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा प्री पॉलिटेक्निक टेस्ट को भी निरस्त कर दिया गया है। इसके लिए परीक्षा प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (MPPEB) के तरफ से ली जाती थी।
तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्कूल के रिजल्ट आने के दो-तीन महीने बाद प्री पॉलिटेक्निक टेस्ट रिजल्ट तैयार होते थे। जिसके कारण कई सीटें रिक्त रह जाती थी। ऐसे में यह फैसला लिया गया है। ज्ञात हो कि प्रदेश में 137 निजी और शासकीय पॉलिटेक्निक संस्थान है। जिसमें 28000 सीटें हैं। वही एमपी बोर्ड 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम 30 अप्रैल तक जारी होने की संभावना जताई गई है। जिसके बाद MPPEB द्वारा पीपीटी कराकर जुलाई तक रिजल्ट जारी किए जाते थे।
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ऐसे मैं कई छात्र 11वीं कक्षा में प्रवेश ले लेते हैं और प्री पॉलिटेक्निक टेस्ट परीक्षा की काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग नहीं ले पाते हैं। जिसके बाद 28000 सीटों में से 18000 सीटों पर ही छात्रों के प्रवेश की प्रक्रिया पूरी हो पाती है। ऐसी स्थिति को देखते हुए अब फ्री पॉलिटेक्निक टेस्ट को निरस्त कर दिया गया है। साथ ही दसवीं की मेरिट सूची के आधार पर पॉलिटेक्निक संस्थाओं में प्रवेश दिए जाएंगे।
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब ऐसा निर्णय लिया गया। इससे पहले विभाग ने बी फार्मा में प्री फार्मेसी टेस्ट और इंजीनियरिंग कॉलेज में प्री इंजीनियरिंग टेस्ट के बिना प्रवेश प्रक्रिया प्रवेश देना शुरू किया गया था। वहीं व्यापम द्वारा प्री मेडिकल टेस्ट के घोटाले के बाद इस परीक्षा को भी बंद कर दिया गया था। मेडिकल कॉलेज में नीट यूजी अनिवार्य कर दिया गया।