भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) के उच्च शिक्षा विभाग (Higher Education Department) द्वारा एक रिपोर्ट (Report) जारी किया गया। जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। उच्च शिक्षा के MP College में बीते 3 सालों में साइंस और कॉमर्स की जगह आर्ट्स का क्रेज देखने को मिल रहा है। बीते 4 सालों में छात्रों में आर्ट्स का क्रेज देखने को मिल रहा है। दरअसल स्नातक में दाखिला लेने के लिए एक तरफ जहां विज्ञान और कॉमर्स में कुल छात्रों की संख्या दो लाख 40 हजार के करीब है। वही अकेले आर्ट्स में 2 लाख 45 हजार छात्रों ने प्रवेश लिया है।
आंकड़ों की माने तो रोजगार से जुड़ी पाठ्यक्रम और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के कारण आर्ट्स के प्रति छात्रों के रुझान बढ़े हैं। वहीं इस मामले में उच्च शिक्षा के ओएसडी धीरेंद्र शुक्ला का कहना है कि आर्ट्स में छात्रों की रुचि बढ़ने का मुख्य कारण सिविल सर्विसेज की परीक्षा है। छात्रों को तैयारी के लिए समय मिल जाता है। इसके अलावा कई विषय रोजगार से भी उन्हें सीधे जोड़ते हैं। जिसकी वजह से छात्र आर्ट्स लेना बेहद पसंद कर रहे हैं।
बता दें कि 2019 में जहां कॉमर्स में 1 लाख 2 हजार छात्रों ने प्रवेश लिया था। वही साइंस में 1 लाख 05 हजार जबकि आर्ट्स में 1 लाख 45 हजार छात्रों ने प्रवेश लिया था। वहीं 2020 में कॉमर्स में जहां 1 लाख 10 हजार छात्रों के एडमिशन हुए थे वही साइंस में यह आंकड़ा एक लाख 17 हजार के करीब था जबकि आर्ट्स में अकेले 1 लाख 90 हजार बच्चों ने प्रवेश लिया था।
वहीं पिछले वर्ष की बात करें तो 2021 में आर्ट्स और कॉमर्स को मिलाकर कुल 239000 छात्रों ने इन दोनों संकायों में प्रवेश लिया है जबकि अकेले आर्ट्स 245000 से अधिक छात्रों के प्रवेश हुए हैं। आर्ट्स में पॉलिटिकल साइंस इकोनॉमिक्स सोशियोलॉजी सहित UPSC-PCS की तैयारी करने वाले छात्रों के संबंधित विषय उनके रुझान का कारण बन रहे हैं।