नीट यूजी अभ्यर्थियों का इंतजार 14 जून को खत्म हुआ। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए हैं। रैंक और कट-ऑफ की घोषणा भी हो चुकी है। इसके अलावा फाइनल आन्सर-की भी ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध है। परीक्षा (NEET UG 2025)का आयोजन देशभर की विभिन्न शहरों में 4 मई को किया गया था। इसमें करीब 22 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे। इस साल राजस्थान के महेश कुमार ने पहला स्थान हासिल किया है। दूसरे स्थान पर उत्कर्ष अवधिया और तीसरे पर कृष्णांग जोशी है।
परिणाम घोषित होने के बाद अभ्यर्थियों को एडमिशन प्रक्रिया को लेकर चिंता सताती है। उन्हें समझ नहीं आता काउंसलिंग प्रक्रिया कब और कैसे शुरू होगी और इसमें शामिल कैसे हो सकते हैं? कॉलेजों में दाखिला कैसे मिलेगा? ऐसे ही सवालों का जवाब हम आपको बताने जा रहे हैं।
क्या रीचेकिंग की सुविधा मिलेगी?
मशीन द्वारा ग्रेड किए जाने योग्य आन्सर-शीट का मूल्यांकन बेहद ही सावधानी पूर्वक किया जाता है और उनकी बार-बार जांच भी की जाती है। इसलिए एनटीए नीत यूजी उत्तर पुस्तिकाओं की रिचेकिंग या पुनर्मूल्यांकन जैसी कोई सुविधा प्रदान नहीं करता। इससे पहले प्रोविजनल आंसर की पर चुनौती दर्ज करने का अवसर दिया जाता है। अंतिम उत्तर कुंजी के आधार पर ही रिजल्ट तैयार किए जाते हैं।
कॉलेजों में कैसे मिलेगा एडमिशन?
देश के सभी मेडिकल कॉलेजों में पात्र उम्मीदवारों का दाखिला दो मुख्य कोटा के तहत होता है। ऑल इंडिया कोटा में 15% मेडिकल कॉलेज सीट आते हैं। इसमें एम्स समेत सभी सरकारी और सेंट्रल कॉलेज शामिल हैं। 85% सीट स्टेट कोटा के अंतर्गत आता है। ऑल इंडिया कोटा काउन्सलिंग का आयोजन मेडिकल काउंलिंग कमेटी द्वारा होता है। इसमें अलग-अलग राउन्ड शामिल होते हैं। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन और सीट लॉकिंग प्रोसेस ऑफिशियल वेबसाइट mcc.nic.in पर जल्द शुरू होगा। इसके बाद स्कोर और रैंक के आधार पर सीट और कॉलेज आवंटित किए जाते हैं। फिर उम्मीदवारों को कॉलेज में जरूरी दस्तावेज के साथ निर्धारित समय पर रिपोर्ट करना होता है।
स्टेट काउन्सलिंग का आयोजन संबंधित राज्य का मेडिकल शिक्षा निदेशालय द्वारा किया जाता है। सभी राज्यों के लिए वेबसाइट अलग होती है, जिसपर अपडेट्स और काउन्सलिंग या सीट अलॉटमेंट से जुड़ी जानकारी उपलब्ध होती है। इसके लिए डोमिसाइल सर्टिफिकेट जरूरी होता है। पहले रजिस्ट्रेशन और सीट लॉकिंग प्रोसेस होता है। बाकी सारी प्रक्रिया ऑल इंडिया कोटा काउन्सलिंग जैसी की होती है। बता दें कि टॉप सरकारी कॉलेजों में एडमिशन लेने के लिए अक्सर 680 से 720 के बीच अंक जरूरी होते हैं।
ये दस्तावेज जरूरी
- नीट यूजी एडमिट कार्ड और स्कोरकार्ड
- कक्षा 10वीं और 12वीं की मार्कशीट और सर्टिफिकेट
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- आधार कार्ड (अन्य वैध पहचान पत्र)
- डोमिसेल सर्टिफिकेट
- रिजर्वेशन के संबंधित प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाणपत्र
रैंक और अंक
- 50,000 रैंक- 502 अंक
- 1 लाख- 464 अंक
- 150000- 433
- 2 लाख- 405
- 2.5 लाख- 380
- 3 लाख- 357
- 3.5 लाख- 336
- 4 लाख- 316
- 4.5 लाख- 298
- 5 लाख- 281
टॉप 10 मेडिकल कॉलेज
- एम्स दिल्ली- 705-715 (जनरल के लिए)
- पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज, बेंगलुरू
- जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान
- संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान
- बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय
- अमृता विश्व विद्यापीठम
- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल
- मद्रास मेडिकल कॉलेज एंड गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल, चेन्नई
कैटेगरी के हिसाब कट-ऑफ जानें
- जनरल- 50 पर्सेंटाइल (720-162)
- सामान्य पीएच- 45 पर्सेंटाइल (161-144)
- एससी/एसटी/ओबीसी- 40 पर्सेंटाइल (161-127)
- एससी/ओबीसी-पीएच- 40 पर्सेंटाइल (143-127)
- अनुसूचित जनजाति पीएच- 40 पर्सेंटाइल (142-127)





