साइबर क्राइम को लेकर UGC ने जारी किया अलर्ट, छात्र भूलकर भी न करें ये काम, वरना हो जाएंगे स्कैम का शिकार, ऐसे करें बचाव 

यूजीसी ने छात्रों और HEIs को स्कैम से बचने के लिए टिप्स साझा किया है। पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल करके वित्तीय लेनदेन करने से मना किया है। आइए जानें साइबर अपराध से बचने के लिए स्टूडेंट्स क्या करें क्या नहीं?

Manisha Kumari Pandey
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UGC Alert: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने बढ़ते साइबर क्राइम के मामलों को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। छात्रों को स्कैम से बचने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। आयोग ने सोशल मीडिया “X” साइबर हाइजीन हैंडबुक का लिंक भी साझा किया है। जिसमें स्कैम या फ्रॉड के तरीके, उदाहरण, बचाव गाइडलाइंस और अन्य जानकारी दी गई है।

आयोग ने छात्रों को पब्लिक वाईफाई के उपयोग से सावधान किया है। पब्लिक यूएसबी चार्जर घोटाले को भी अलर्ट किया है। यूजीसी द्वारा हैंडबुक में दिए गए सेफ़्टी टिप्स का इस्तेमाल करके उच्च शिक्षा संस्थान और अन्य हितधारक इस डिजिटल वर्ल्ड में साइबर अपराध से बचाव कर सकते हैं।

पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल सावधानी से करें (Public WiFi Alert)

यूजीसी ने छात्रों को पब्लिक वाईफाई नेटवर्क के जरिए पर्सनल या प्रोफेशनल अकाउंट जैसे की ईमेल बैंकिंग इत्यादि को लॉग इन करने से मना किया है। फेक वाईफाई के जरिए धोखेबाज आपको फ्रॉड का शिकार बना सकते हैं। बैंक अकाउंट में सेंध भी लगा सकते हैं। वहीं पब्लिक यूएसबी चार्जिंग पोर्टल का इस्तेमाल आपको जूस-जैकिंग साइबर अटैक का शिकार बना सकते हैं।

क्या करें और क्या न करें? यूजीसी  ने बताया (Cyber Crime Safety Tips)

      • यूजीसी ने पायरेटेड सॉफ्टवेयर को लेकर भी अलर्ट जारी किया है। ऐसे सॉफ्टवेयर कभी-कभी मेलवेयर के साथ आते हैं।
      • अपने सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर को डिसेबल करने की गलती भारी पड़ सकती है।
      • किसी भी अनजान सेंडर द्वारा प्राप्त लिंक या अटैचमेंट या संदिग्ध ईमेल पर क्लिक न करें।
      • गैर-कानूनी वेबसाइट या मेलवेयर फैलाने वाले साइट का इस्तेमाल करने से बचें।
      • जरूरी फाइल्स का बैकअप हमेशा रखें। ताकि मेलवेयर अटैक के बाद भी फ़ाइल को रिस्टोर किया जा सके।
      • प्ले स्टोर/एप स्टोर/ ऑफिशियल वेबसाइट के जरिए ही एंटी मेलवेयर या एंटी वायरस सॉफ्टवेयर इन्स्टॉल करें।
      • ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर को नियमित तौर पर अपडेट करते रहे।


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