संविदा कर्मचारियों को आज मिल सकती है सौगात, सीएम कर सकते हैं बड़ा ऐलान

Pooja Khodani
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CG Samvidha Employees : छत्तीसगढ़ के हजारों संविदाकर्मियों के लिए अच्छी खबर है।आज देश 76वां स्वतंत्रता दिवस बना रहा है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि राज्य की भूपेश बघेल सरकार संविदाकर्मियों को आजादी के मौके पर कोई बड़ी सौगात दे सकती है। खबर है कि सीएम भूपेश बघेल आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दैनिक वेतन भोगी, संविदाकर्मी और अनियमित दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों को नियमित करने की घोषणा कर सकते हैं। हालांकि इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

संविदाकर्मियों को मिल सकता है आज बड़ा तोहफा

दरअसल, लंबे समय से राज्य के संविदाकर्मियों नियमितीकरण की मांग को लेकर आवाज बुलंद किए हुए है, लेकिन अबतक इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया है, हालांकि बीते दिनों सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर सभी विभागों से संविदा कर्मचारियों की जानकारी 7 दिनों के अंदर मांगी थी। इसमें साल 2004 से लेकर 2018 और 2019 से 2023 के बीच रखे गए कर्मचारियों का अलग-अलग ब्यौरा मांगा गया है, वर्तमान में 47 विभागों में अनियमित और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की संख्या करीब 50385 है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि सीएम आज कोई बड़ा ऐलान कर सकते है, क्योंकि सितंबर- अक्‍टूबर में चुनाव तक आचार संहिता लागू हो सकती है।

विभाग ने मांगी थी जानकारी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संविदाकर्मियों के साथ अंशकालीन और मानदेय में कार्यरत कर्मचारियों के लिए भी विकल्प तलाशा जा रहा है, कि इन्हें किस तरह से लाभ दिया जाए उसके लिए लगातार मंथन चल रहा है।इस काम को प्राथमिकता के साथ तत्काल सभी विभागों में सात दिनों के भीतर भेजने के निर्देश दिए गए हैं। इधर, बीते दिनों BJP नेताओं ने भी घोषणा की थी कि सत्ता में आते ही संविदाकर्मियों को नियमित किया जाएगा, ऐसे में संभावना है कि बीजेपी को बैकफूट पर लाने के लिए सीएम बघेल नियमितिकरण को लेकर कोई बड़ा ऐलान कर सकते है। माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के पहले राज्य सरकार इन कर्मचारियों को नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू कर सकती है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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