जबलपुर।संदीप कुमार।
मेडिकल कॉलेज में इलाजरत 73 साल के बुजुर्ग की देर रात मौत हो गई है। मेडीकल कालेज प्रबंधन के मुताबिक मृतक बुजुर्ग कोरोना पॉजिटीव था जिसे की 24 मई को मेडिकल कालेज में भर्ती किया था जहाँ अगले दिन बुजुर्ग की रिपोर्ट पॉजिटीव आई थी।इस मौत के बाद अब कोरोना से मरने वालों की जबलपुर में संख्या 10 हो गई है।
जानकारी के अनुसार 73 साल के बुजुर्ग को चौबीस मई की रात को मेडिकल कालेज अस्पताल में साँस लेने में तकलीफ़ होने के चलते अत्यन्त गम्भीर अवस्था में सस्पेक्ट वार्ड में भर्ती किया गया था पच्चीस मई को प्राप्त रिपोर्ट में बुजुर्ग कोरोना टेस्ट पॉज़िटिव पाये गए थे जिन्हें पॉजिटीव वार्ड में शिफ़्ट किया गया था।बुजुर्ग की हिस्ट्री के अनुसार उन्हें कई वर्षों से मधुमेह एवं अनियंत्रित रक्तचाप की समस्या थी।बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती करने के पहले से ही पिछले लगभग तीन दिनों से उन्हें बुख़ार खांसी एवं गले में ख़राश की समस्या थी। अस्पताल पहुँचने के बाद चिकित्सकों द्वारा परीक्षण किया गया जिसमें उन्हें रक्तचाप की गड़बड़ी के साथ दोनों फेफड़ों में निमोनिया के अधिक संक्रमण एवं मधुमेह अनियंत्रित होने के कारण पेशाब में कीटोन बाडीज़ मिलने की जटिलता से ग्रसित पाये जाने पर तत्काल ही सघन चिकित्सा आरम्भ की गयी ।
उनकी ABG जाँच में रेस्पीरेटरी अलकेलोसिस भी पाया गया परंतु वृद्धावस्था होने एवं संक्रमण के साथ मधुमेह सम्बन्धी एवं अन्य जटिलतायें होने से अत्यन्त गम्भीर होने के कारण जीवन मृत्यु से एक सप्ताह तक गम्भीर संघर्ष एवं सभी सम्भव प्रयासों के बाद भी मेडिकल अस्पताल में देर रात उनका निधन हो गया । मरीज़ की जीवन रक्षा के लिये मेडिसिन , पल्मोनरी मेडिसिन , अनेस्थेसिया के विशेषज्ञों की टीम द्वारा भर्ती के बाद से ही निरंतर प्रयास किया गया। उनके हृदय की स्थिति को देखते हुये कार्डियोलोजिस्ट द्वारा भी उनका परीक्षण किया गया । फेफड़ों का संक्रमण बढ़ जाने के कारण उन्हें ऑक्सिजन चिकित्सा के साथ पहले बाई पैप थेरपी एवं फिर वेंटिलेटर चिकित्सा दी गयी परंतु इन सबके बाद भी संक्रमण का असर निरंतर बढ़ते जाने से एक एक कर उनके हृदय किड्नी आदि अंगों ने काम करना बंद कर दिया एवं मल्टीऑर्गन फ़ेल्यर होने से उनकी मृत्यु हो गयी।