ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर के अस्पतालों में ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी को लेकर मरीज और अस्पताल संचालक परेशान हैं। हालात इतने ख़राब हो रहे हैं कि ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder) के लिए मारामारी मच रही है। ग्वालियर में एक वीडियो इस समय तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें CCTV फुटेज में दिखाई दे रहा है कि एक ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant ) पर पुलिस कर्मी और डॉक्टर आपस में मारपीट कर रहे हैं।
दरअसल ग्वालियर में पिछले दिनों अचानक हुई ऑक्सीजन (Oxygen)की कमी ने लोगों को इतना दहशत में डाल दिया है कि लोग हर हाल में अपने मरीज की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder)लेने में किसी भी हद तक गुजरने को तैयार हैं। लोगों का धैर्य अब जवाब देने लगा है और वे मारपीट पर उतारू हो गए हैं। मारपीट का एक वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ये CCTV फुटेज का वीडियो है जिसमें पुलिस कर्मी और डॉक्टर के बीच हाथापाई और मारपीट दिखाई दे रही है। वीडियो ग्वालियर के पिंटो पार्क इंडस्ट्रियल क्षेत्र के एक ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) का बताया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक महाराजपुरा थाना क्षेत्र के पिंटो पार्क इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) से रविवार को ऑक्सीजन सिलेंडर का वितरण हो रहा था। सुरक्षा के लिए वहां महाराजपुरा थाने का फ़ोर्स तैनात था। प्लांट पर रुद्राक्ष हॉस्पिटल के डॉक्टर अभिषेक राजपूत ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder)लेने पहुंचे तो प्लांट के कर्मचारियों ने उनसे कहा कि पहले सरकारी अस्पतालों को ऑक्सीजन (Oxygen) मिलेगी इस पर डॉ अभिषेक का प्लांट कर्मचारियों से मुंहवाद होने लगा। वहां मौजूद सब इंस्पेक्टर रामकिशोर जोशी ने डॉ अभिषेक राजपूत को समझाने की कोशिश की तो उन दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया।
डॉ अभिषेक राजपूत और सब इंस्पेक्टर रामकिशोर जोशी के बीच विवाद धक्का मुक्की में बदल गया , इतने में सब इंस्पेक्टर रामकिशोर जोशी ने डॉ अभिषेक राजपूत को थप्पड़ मार दिया। दोनों के बीच झगड़ा होने लगा, वहां मौजूद अन्य पुलिस कर्मी बीच बचाव करते रहे लेकिन डॉ अभिषेक ने सब इंस्पेक्टर की वर्दी पकड़ ली और झूमाझटकी में वर्दी फट गई। मारपीट की ये घटना ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) में लगे CCTV कैमरों में कैद हो गई जो अब वायरल हो रही है।
पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक अमित सांघी (SP Amit Sanghi) का कहना है कि कहीं से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों में राजीनामा हो गया है। उधर डॉ अभिषेक राजूपत का भी कहना है कि मैंने इस मामले में शिकायत नहीं की है। लेकिन इस तरह का व्यवहार ठीक नहीं है ये समय नाजुक है। सबको सबके हालात समझने चाहिए।