Gangubai Kathiawadi Controversy: सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की “गंगुबाई काठियावाड़ी” को निषेध करने की मांग करने वाली याचिका

Manisha Kumari Pandey
Published on -

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। पूरे देश भर में फिलहाल आलिया भट्ट की फिल्म “गंगूबाई काठियावाड़ी” बॉलीवुड काफी ज्यादा चर्चा में रही और इसकी खूब आलोचना भी की गई। लेकिन गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने “गंगूबाई काठियावाड़ी” फिल्म को निषेध करने वाली याचिका को खारिज कर दिया है। जस्टिस इंदिरा बनर्जी और जेके महेश्वरी की बेंच ने गंगूबाई काठियावाड़ी के गोद लिए बेटे द्वारा दायर की गई याचिका को खारिज कर दिया है। इस याचिका में निर्माताओं को “द माफिया क्वींस ऑफ मुंबई” या बॉलीवुड फिल्म “गंगूबाई काठियावाड़ी” नामक उपन्यास को छापने, प्रचार करने, बेचने, सौंपने आदि से रोकने की मांग की गई थी।

यह भी पढ़े … Lalu Prasad Yadav Fifth Fodder Scam Case: लालू यादव ने की झारखंड हाई कोर्ट में अपील..

याचिकाकर्ताओं ने इससे पहले बॉम्बे हाई कोर्ट में गंगूबाई काठियावाड़ी  की प्रिंटिंग, प्रोमोटिंग, सेलिंग और असाइनिंग को रोकने की याचिका दर्ज की थी। लेकिन उसमें कुछ हाथ ना आने के बाद, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।  जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया। याचिका कर्ताओं का कहना है कि, “मानहानि से संबंधित मामले में सुविधा का संतुलन हमेशा बदनाम व्यक्ति के पक्ष में होता है और ऐसे बदनाम व्यक्ति की प्रतिष्ठा की भरपाई पैसे के मामले में नहीं की जा सकती है।”


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"