नरसिंहपुर| आशुतोष गोवारिकर की पानीपत फिल्म में राजा सूरजमल के चित्रण को गलत तरीके से पेश करने को लेकर हरियाणा-राजस्थान, उत्तर प्रदेश में हो रहा विरोध अब मध्य प्रदेश भी पहुँच गया है| नरसिंहपुर में बुधवार को जाट समाज के अलावा अन्य कई समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने फिल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। साथ ही फिल्म के पोस्टर बैनर फाड़े एवं जलाए गए। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थीं। समाज के लोगों ने सौंपे ज्ञापन में कहा कि महाराजा सूरजमल न केवल जाट समाज वरन पूरे हिन्दुस्तान के लिए वीरता के प्रतीक रहे हैं। किन्तु फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल के गौरवशाली ऐतिहासिक त्याग तपस्या और बलिदान के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के विपरीत फिल्म में उनका चरित्र प्रस्तुत किया गया है। जबकि इतिहास उनकी वीरता से भरा है। परंतु फिल्म में आए कुछ संवाद और दृश्य इतिहास के विपरीत हैं। जाट समाज ने फिल्मों में किसी समाज और धर्म विशेष के इतिहास को तोड़ मरोड़कर पेश करने की प्रवृत्ति पर भी चिंता व्यक्त की। कलेक्टर ऑफिस के अलावा सिनेमा घर के सामने भी विरोध प्रदर्शन किया गया। महाराजा सूरजमल के समर्थन में नारे लगाते हुए पोस्टर और बैनर फाड़े व जलाए गए।

पानीपत की तीसरी लड़ाई है फिल्म
संजय दत्त, अर्जुन कपूर और कृति सेनन की फिल्म पानीपत जहां सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है और अच्छा रिस्पॉन्स भी मिल रहा है| वही दूसरी तरफ कई जगह फिल्म का विरोध किया जा रहा है| इस फ़िल्म की कहानी पानीपत की तीसरी लड़ाई पर आधारित है, जो 14 जनवरी 1761 को मराठाओं और अफ़गानिस्तान के सुल्तान अहमद शाह अब्दाली के बीच पानीपत में हुई थी। फिल्म में अर्जुन कपूर सदाशिव राव भाऊ के किरदार में नज़र आए हैं, जो पेशवा बाजीराव प्रथम के भतीजे और मराठा सेना के कमांडर-इन-चीफ़ थे। कृति सेनन अर्जुन कपूर की पत्नी पार्वती बाई की भूमिका में दिखाई दी हैं। वहीं संजय दत्त फिल्म में अफ़गान सुल्तान अहमद शाह अब्दाली के रोल में हैं, जो एक बेहद क्रूर योद्धा है।