ट्रांसजेंडर पूजा के कोलकाता से मुंबई लोकल ट्रेन की रेखा तक का सफर क्यों है खास, जानें यहां

Sanjucta Pandit
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मुंबई, डेस्क रिपोर्ट | सोशल मीडिया पर मुंबई के लोकल ट्रेन में रेखा के नाम से मशहुर ट्रांसजेंडर पूजा की कहानी बेहद खास है। कोलकाता में जन्मी पूजा एक गरीब परिवार में पैदा हुई थी, वह कभी स्कूल नहीं जा पाई थी। कभी-कभी तो काम करने पर ही भोजन नसीब होता था और इस तरह जैसे-तैसे वो और उनका परिवार गुजारा करते थे। फिर धीरे-धीरे कुछ सालों बाद उनके ट्रांसजेंडर होने पर समाज के लोगों ने उनका जीना दुश्वार कर दिया। पूजा को बचपन से ही साड़ी पहनना बेहद पसंद था। इसके अलावा उन्हें बॉलीवुड पुराने गानों पर डांस करने का बहुत शौक था। जिसके लिए वह खाली समय मिलते ही डांस प्रैक्टिस करने में जुट जाती थी। हालांकि, उनके घर वालों को यह बिल्कुल भी पसंद नहीं था।  ऐसे में वह 12 साल की उम्र में अपने घर-परिवार और कोलकाता को त्याग कर मुंबई जा पहुंची, जहां उन्हें पूजा शर्मा का नाम मिला, तो चलिए आज के आर्टिकल में मुंबई के लोकल ट्रेन की रेखा के सफर के बारे में कुछ बातें बताते हैं।

ट्रांसजेंडर पूजा के कोलकाता से मुंबई लोकल ट्रेन की रेखा तक का सफर क्यों है खास, जानें यहां

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मुंबई में पूजा का सफर इतना आसान नहीं रहा शुरुआती दौर में जब वह मुंबई पहुंची तो उन्हें, उन्हीं के समाज के साए में शरण मिला, जहां पर 3 तरह से उन्हें काम के लिए पूछा गया। तब पूजा ने सिग्नल पर भीख मांगना शुरू किया। वह दिन भर कड़ी धूप में खड़े होकर भीख मांगा करती थी। केवल इतना ही नहीं दूसरों के घर में बच्चों की पैदा होने पर या फिर शादी समारोह में नाचने गाने जाती थी। यह सफर इतना आसान नहीं था दरअसल, उनके साथ अक्सर गंदी हरकतें की जाती थी। कदम-कदम पर रेप का डर सताता रहता था। जिस से बचने के लिए रेखा ने मुंबई लोकल ट्रेन को भीख मांगने का साधन बनाया। पहले तो वह बहुत डरी थी लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने महिला कोच में भीख मांगना शुरू किया। जिसमें वह रेखा की स्टाइल में डांस किया करती थी और इसके बाद भीख मांगती थी। पहले तो भीख मांगता हुआ देख वहां मौजूद महिलाएं आश्चर्यचकित हो गई लेकिन धीरे-धीरे उनकी किस्मत बदल गई।

पूजा शर्मा ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि, “जब ट्रेन में चढ़ती थी तो मेरी स्टाइल, ड्रेस को देखकर महिलाओं को लगता था कि सीरियल-सिनेमा-मॉडलिंग की शूटिंग करने वाली हूं। जैसे ही बोलती थी- “दीजिए न…” सभी चौक जाते थे। फिर एक दिन ट्रेन में ‘रेखा स्टाइल’ में डांस करते हुए किसी ने वीडियो बना लिया और वह वायरल हो गया। वहां से मुझे एक्टिंग-मॉडलिंग इंडस्ट्री में पहचान मिली लेकिन उस वक्त उनके पास स्मार्टफोन नहीं था और वायरल होने के बाद जब लोग उनसे पुछ लगे तो वह इस बात से अंजान था। फिर उसी कोच की महिलाओं ने उन्हें पूरी बात बताई और सभी ने मिलकर उन्हें फोन गिफ्ट किया और एक दिन एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित का फोन आया। जब मुझे बताया गया तो लगा कि कोई मजाक कर रहा है, लेकिन वो हकीकत था। रियलिटी शो ‘डांस दिवाने-3’ के लिए बुलाया गया था।

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इस इंटरव्यू में उन्होंने यह भी बताया कि, “जब भी वो लोकल ट्रेन में चढ़ती है और डांस करती हैं तो उसके बदले सभी से एक रुपए लेती है, जिसे वह अपना धर्म समझती है।” इतना ही नहीं उन्होंने कहां कि, “उन्हें पैसा नहीं चाहिए बल्कि आम लोगों की तरह प्यार चाहिए, वह प्यार के लिए भूखी है” और इतना कहते-कहते उनकी आंखें भर आती हैं। वहीं, अब लोग पूजा शर्मा को ‘मुंबई की रेखा’ के नाम से जानते हैं। फिलहाल वो ‘ओहो! जयपुर’ फैशन ब्रांड की ब्रांड एंबेसडर हैं। इस सफर को इस कदर तय करने के बावजूद भी उन्हें आज भी मुंबई में एक फ्लैट नहीं मिल पा रहा है।

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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