‘मैं गुनहगार…’ करूर हादसे के बाद विजय का चौंकाने वाला बयान, BJP ऑफर पर तोड़ी चुप्पी

करूर भगदड़ की त्रासदी के बाद अभिनेता से नेता बने विजय ने पीड़ित परिवारों से मिलकर भावुक माफी मांगी। TVK प्रमुख ने कहा मैं गुनहगार हूं। साथ ही BJP गठबंधन को लेकर भी उन्होंने साफ जवाब दिया।

तमिलनाडु के करूर में हुई भगदड़ की भयावह घटना को अभी ज्यादा वक्त नहीं बीता, लेकिन उसके जख्म अब भी ताजा हैं। इसी दर्द को साझा करने पहुंचे अभिनेता से नेता बने विजय (Vijay) जिन्होंने सोमवार को मामल्लापुरम के एक रिसॉर्ट में करूर भगदड़ के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। विजय का चेहरा इस मुलाकात में गहराई तक भावुक था। उन्होंने हर उस परिवार से माफी मांगी जिसने 27 सितंबर की उस भीड़भाड़ भरी राजनीतिक रैली में अपना कोई अपना खोया।

उन्होंने कहा, मैं दोषी महसूस कर रहा था क्योंकि मैं आपसे पहले नहीं मिल सका। अब जब आपसे मिल चुका हूं, तो थोड़ी राहत महसूस हो रही है। विजय का यह बयान न केवल उनके मानवीय पक्ष को दिखाता है, बल्कि राजनीति से इतर एक संवेदनशील नेता की झलक भी पेश करता है।

मैं गुनहगार हूं, लेकिन आपका साथ नहीं छोड़ूंगा

सूत्रों के अनुसार, मामल्लापुरम रिसॉर्ट में विजय ने करूर भगदड़ में मारे गए 41 परिवारों में से 37 परिवारों से मुलाकात की। प्रत्येक परिवार से चार से पांच सदस्य विजय से व्यक्तिगत रूप से मिले। विजय ने सभी को सांत्वना देते हुए कहा कि वह उनके जीवन के साथ यात्रा करेंगे और आने वाले वर्षों तक हर संभव सहायता देंगे। उन्होंने कहा, मैं गुनहगार हूं कि आपसे पहले नहीं मिल सका। मैं लगातार सोचता रहा कि क्या कहूं, कैसे कहूं। लेकिन आज जब मैं आप सबके सामने हूं, तो दिल से माफी मांगता हूं। उनके इन शब्दों से कई परिजन भावुक हो उठे। बताया कि विजय ने हर परिवार से लगभग 10 मिनट व्यक्तिगत बातचीत की और उनकी जरूरतों के बारे में विस्तार से पूछा।

विजय ने दी 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता

दिवाली से पहले विजय ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी थी। यह रकम उन्होंने अपने निजी फंड से दी और यह भी सुनिश्चित किया कि परिवारों को किसी तरह की सरकारी या प्रशासनिक अड़चन का सामना न करना पड़े। विजय ने पहले एक वीडियो संदेश में यह भी कहा था कि वह शुरुआत में घायल लोगों से इसलिए नहीं मिले क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि उनका दौरा और भीड़ की स्थिति को और तनावपूर्ण बना दे। इस कदम ने साबित किया कि विजय राजनीति में भले नए हों, लेकिन उनकी समझ और संवेदनशीलता गहरी है।

सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में जारी जांच

करूर की उस रैली में हुई भगदड़ में कम से कम 41 लोगों की मौत और 50 से अधिक घायल हुए थे। सुप्रीम कोर्ट ने अब इस मामले की CBI जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही मद्रास हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि दस दिनों के भीतर राजनीतिक रैलियों के लिए एक SOP (Standard Operating Procedure) तैयार किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियां न हों। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य पुलिस और सत्तारूढ़ DMK ने भगदड़ के लिए विजय की देरी को जिम्मेदार बताया था।

BJP गठबंधन पर विजय का बड़ा बयान

घटना के बाद जहां राज्य की राजनीति गर्माई हुई है, वहीं कई सियासी दल विजय और उनकी पार्टी TVK को अपने साथ जोड़ने की कोशिशों में हैं। AIADMK और BJP ने भी संकेत दिए थे कि वे TVK के साथ मिलकर आगामी विधानसभा चुनावों में उतर सकते हैं। लेकिन विजय ने अपनी मुलाकात के बाद साफ कहा TVK एक स्वतंत्र पार्टी है। हम जनता के लिए हैं, किसी राजनीतिक गठबंधन के लिए नहीं। इस बयान ने न केवल विपक्षी गुट में हलचल मचा दी, बल्कि यह भी साफ कर दिया कि विजय अपनी राजनीतिक पहचान किसी गठबंधन के सहारे नहीं बनाना चाहते।


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