भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। अग्निवीरों के पेंशन पर टेंशन (Tension over Agniveer Pension) बढ़ती जा रही है। दरअसल एक तरफ कई राज्य के मुख्यमंत्रियों ने Agnipath अग्नि वीरों (Agnipath agniveer) के लिए कई बड़े ऐलान किए हैं। वहीं दूसरी तरफ अग्नि वीरों की पेंशन को लेकर सरकार के ही कुछ मंत्रियों और सांसदों (MP) उनके खिलाफ हो गए हैं। इन सबमें सबसे पहले वरुण गांधी का नाम आता है। जिन्होंने बीते दिनों सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए बड़े ऐलान कर दिया। दरअसल उन्होंने कहा कि मैं सांसद के तौर पर अपना पेंशन छोड़ने को तैयार हूं लेकिन अग्नि वीरों को उनका हक मिलना चाहिए। BJP के गांधी के इस ऐलान के बाद अब कई सांसद विधायक ने अपनी आवाज बुलंद कर लिए हैं। दरअसल पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी (Jitu Patwari) का बड़ा बयान सामने आया। जिसमें प्रदेश के MLA ने प्रधानमंत्री (PM Modi) से बड़ी पेशकश कर दी है। उन्होंने कहा है कि हमारी पेंशन बंद की जाए।
इस मामले में जीतू पटवारी ने ट्वीट (Tweet) करते हुए कहा कि संविदा पर सैनिक सुनकर ही बुरा लगता है। पटवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को जिद और अहंकार भूलकर गंभीरता से इस मामले में विचार करना चाहिए। इसके साथ ही जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कई बड़े सवाल किए हैं। दरअसल सवाल पूछते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि परिवार की असुरक्षा के बीच के सैनिक देश की सुरक्षा के लिए लड़ पाएगा? वहीं एक अन्य सवाल में जीतू पटवारी ने कहा कि यदि पेंशन बंद करना है तो पहले हमारी-आपकी, हमारी सभी और सभी नेताओं की पेंशन बंद की जाए।

पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि पूर्व मंत्री सहित पूर्व सैन्य अधिकारी द्वारा भी अग्निवीर योजना को लेकर चिंता जताई जा चुकी है। बावजूद इसके देश के प्रधानमंत्री इस मामले में सुनने को तैयार नहीं हुए। Patwari ने कहा कि जब घर और परिवार पर असुरक्षा की भावना हो तो बॉर्डर पर सैनिक किस प्रकार सुरक्षित हो कर सकता है।पटवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में विचार करने और नेताओं की पेंशन बंद करने जैसे कोई स्कीम लाने की बात कही है। तो पेंशन शहादत का भोग नेताओं को बनना चाहिए ना कि सैनिकों को।
जीतू पटवारी ने कहा कि कई युवा हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन युवाओं की मानसिकता को भी समझने की आवश्यकता है। अब देश में सैनिकों पर राजनीति हो रही है। सैनिकों पर राजनीतिक बयानबाजी दी जा रही है। यह देश की सुरक्षा के लिए बिल्कुल उचित नहीं है। इसके साथ ही जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बड़ी मांग कर दी है। उन्होंने कहा कि पेंशन बंद करना है तो पूर्व प्रधानमंत्रियों की बंद होनी चाहिए। पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक सहित विधायकों की बंद होनी चाहिए। बॉर्डर पर जान देने वाले सैनिकों के पेंशन बंद करना बिल्कुल गलत है।
बता दें कि इससे पहले सांसद वरुण गांधी ने भी सरकार पर जमकर निशाना साधा था। बीजेपी के गांधी ने कहा था कि अल्पावधि की सेवा करने वाले अग्निवीर पेंशन के हकदार नहीं है तो जनप्रतिनिधियों को यह सहूलियत क्यों मिलने चाहिए ? इतना ही नहीं सवाल करते हुए वरुण गांधी ने कहा था कि राष्ट्र रक्षकों को पेंशन का अधिकार नहीं है तो मैं भी खुद की पेंशन छोड़ने को तैयार हूं लेकिन क्या हम विधायक-सांसद अपने पेंशन छोड़ यह सुनिश्चित नहीं कर सकते कि अग्निवीरों को उनकी हक का पेंशन मिले।
#Agnipath
संविदा पर सैनिक!
सुनने में ही बुरा लगता है!@NarendraModi जी,
ज़िद/अहंकार भूलकर, गंभीरता से सोचिए :√… परिवार की भावी असुरक्षा को लेकर, क्या सैनिक देश की सुरक्षा के लिए लड़ पाएगा?
√… यदि पेंशन बंद करना है, तो पहले आपकी, हमारी, सभी नेताओं की पेंशन बंद कीजिए! pic.twitter.com/4YfkESWoZJ
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) June 25, 2022