भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) में भ्रष्टाचार अफसरों (corrupt officers) पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। दरअसल मंदसौर (mandsaur) में लोकायुक्त पुलिस (lokayukt police) द्वारा CMO को रिश्वत (bribe) लेते रंगेहाथ गिरफ्तार करने के बाद एक मामला राजधानी भोपाल से सामने आया है। जहां सतपुड़ा भवन (satpuda bhawan) में कोष और लेखा शाखा के चपरासी को 4000 की रिश्वत लेते दबोचा हैं।
लोकायुक्त की टीम ने आज राजधानी भोपाल में कार्रवाई की है। इस मामले में लोकायुक्त का कहना है कि जमालपुरा निवासी रामशंकर साहू (ram shankar sahu) द्वारा मामले की शिकायत की गई थी। रामशंकर साहू लोकायुक्त कार्यालय से 31 मार्च को रिटायर हुए थे। जिसके बाद उनका पेंशन प्रकरण सतपुड़ा भवन में पेंडिंग था। जिस पर पीड़ित रामशंकर शाखा प्रभारी शोभा चौहान से मिले। इस दौरान सुभाष चौहान ने उन्हें चपरासी से मिलने को कहा था।
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चपरासी द्वारा 13 सितंबर को उनसे 4000 में काम होने की बात कही गई। जिसके बाद रकम देने के लिए उन्हें सतपुड़ा भवन बुलाया गया था। वहीं पीड़ित 4000 लेकर सतपुड़ा भवन पहुंचे थे। जहां लोकायुक्त की टीम पहले से मौजूद थी। लोकायुक्त की टीम ने चपरासी हरि को रकम लेते रंगे हाथ दबोच लिया।
वही ऐसी मनुवाद क्या कहना है की शोभा चौहान का शिकायती आवेदन में नाम है। जिसके बाद उनके खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं। लोकायुक्त को दिए अपने बयान में पीड़ित का इशारा शोभा चौहान की तरफ है। वहीं पीड़ित का कहना है कि शोभा चौहान के इशारे पर चपरासी रिश्वत की मांग कर रहा था।