भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश सहारा पैराबैंकिंग (Madhya Pradesh Sahara Parabanking) के जोनल हेड (zonal head) राजेंद्र सक्सेना (rajendra saxena) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे की वजह उन्होंने वर्तमान परिस्थितियों को बताया है लेकिन असली वजह ईओडब्ल्यू EOW द्वारा की जा रही जांच है जिसमें राजेन्द्र सक्सेना से काफी अहम जानकारियां हासिल की जानी थी।
राज्य आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरो EOW की जबलपुर इकाई ने कुछ दिन पहले ही सहारा मल्टीपरपज सोसायटी के खिलाफ आर्थिक अनियमितताओं का मामला दर्ज किया था। जबलपुर के रांझी, गोरखपुर और कटनी में दर्ज की गई अलग-अलग तीन FIR में सहारा प्रमुख सुब्रतो राय भी आरोपी हैं और EOW अपनी विशिष्ट कार्य शैली से इस पूरे मामले की परते उधाङने में लगी थी।
इसी के तहत राजेन्द्र सक्सेना को दो बार सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ जबलपुर स्थित EOW के कार्यालय तलब किया गया लेकिन उपस्थित नहीं हुए और पारिवारिक समस्याओं का हवाला देकर उन्होंने 18 अक्टूबर की तिथि EOW में पेश होने के लिए मांगी थी। लेकिन 18 अक्टूबर को सुबह ही एक बार फिर राजेन्द्र सक्सेना ने EOW कार्यालय पहुंचने में असमर्थता व्यक्त करते हुए अपना संदेश पहुंचा दिया था। उसके बाद राजेन्द्र सक्सेना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
दरअसल राजेन्द्र सक्सेना वह अहम कड़ी हैं जिनके माध्यम से सहारा द्वारा निवेशकों से की गई धोखाधड़ी के कई राज खुल सकते हैं और इस बात की व्यापक संभावना है कि सहारा के सर्वे सर्वा या उनके मातहतो के कहने के कारण राजेन्द्र सक्सेना ने अपने पद से इस्तीफा दिया हो। सूत्रों की मानें तो इस्तीफा देने से राजेन्द्र सक्सेना EOW में होने वाली पेशी टलेगी नहीं क्योंकि EOW द्वारा दर्ज किए गए मामलों में वे एक अहम कड़ी हैं और उनसे पूछताछ कई राजो पर से पर्दा उठा सकती है।