नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। भारत के अधिकतर राज्य में मानसून (Monsoon 2022) का प्रवेश हो गया। हालांकि कई राज्य में अभी तापमान में वृद्धि (temperature rise) देखने को मिल रही है। IMD Alert के अनुसार उत्तर भारत की बात करें तो हरियाणा, पंजाब, MP-दिल्ली सहित उत्तर प्रदेश और बिहार, झारखंड के कुछ जिलों में तापमान में दो से तीन फीसद की वृद्धि रिकॉर्ड की गई है। वही पर्वतीय क्षेत्रों में भी तापमान में वृद्धि जारी है। आसमान साफ रहेगा। माना जा रहा है कि जुलाई के पहले सप्ताह के बाद इन क्षेत्रों में बारिश (rain) देखने को मिलेगी।
हालांकि दक्षिणी और पूर्वी राज्यों की बात करें तो बारिश का कहर जारी है। एक तरफ जहां महाराष्ट्र मुंबई गोवा सहित केरल कर्नाटक तमिलनाडु आंध्र प्रदेश और उड़ीसा में बारिश का अलर्ट जारी किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ असम बाढ़ (Assam Flood) में मृतकों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। असम में आई बाढ़ से जनजीवन अस्त व्यस्त बना हुआ है। इसके अलावा मणिपुर मेघालय नागालैंड अरुणाचल प्रदेश सहित पूर्वोत्तर राज्यों में भी बारिश भी देखने को मिल रही है। बिहार के कई क्षेत्रों में हो रही बूंदाबांदी से मौसम में राहत घुली हुई है।
राजधानी दिल्ली (Delhi Monsoon) की बात करें तो 1 जुलाई के बाद दिल्ली में मानसून का प्रवेश देखने को मिल सकता है। गुरुवार को दिल्ली के तापमान में 4 से 5 फीसद की गिरावट रिकॉर्ड की जाएगी हालांकि 6 दिनों में दिल्ली के तापमान में तीन से चार फीसद की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। दिल्ली में आज न्यूनतम तापमान 27 डिग्री जबकि अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई गई है। वहीं मंगलवार से लेकर बुधवार तक के तापमान 40 से 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के आसार हैं।
इसके अलावा पंजाब में भी तापमान में वृद्धि से लू का अलर्ट जारी कर दिया गया है। एक बार फिर से पंजाब में न्यूनतम तापमान 29 डिग्री जबकि अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना जताई गई है। वहीं हरियाणा की बात करें तो हरियाणा में एक बार फिर से तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी जबकि राजस्थान और गुजरात में भी यह सिलसिला जारी रहेगा। गुजरात-Rajasthan-मध्यप्रदेश में न्यूनतम तापमान 27 से 29 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान 39 से 41 डिग्री सेल्सियस तक जाने की संभावना जताई गई है। हालांकि गुरुवार 30 जून के बाद मौसम में बदलाव की स्थिति देखी जाएगी। पश्चिमी विक्षोभ का भी असर मौसम में दिखेगा।
पर्वतीय राज्यों की बात करें तो हिमाचल उत्तराखंड लेह लद्दाख से जम्मू कश्मीर में भी तापमान में दो से तीन फीसद की वृद्धि रिकॉर्ड की जा सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने इस वर्ष मानसून के सामान्य रहने की संभावना जताई थी। हालांकि मानसून का खासा प्रभाव नहीं कर रहा है वही 10 जुलाई के बाद मानसून सक्रिय अवस्था में नजर आ सकता हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के अनुसार, सप्ताहांत में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की संभावना है। अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान में लगभग दो से चार डिग्री की वृद्धि होने की संभावना है। 24 से 29 जून तक के सप्ताह के लिए, 25 जून तक उत्तर पश्चिम भारत में बारिश की गतिविधि कम रहने की संभावना है, लेकिन सप्ताह के अंत तक नमी से भरी पूर्वी हवाओं के साथ बढ़ने की संभावना है।
गुरुवार को जारी आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले सप्ताह के लिए, 30 जून से 6 जुलाई तक, पूर्वी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर पश्चिम भारत में अधिकांश दिनों में बारिश होने की संभावना है। 30 जून से 6 जुलाई सप्ताह के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून के पूरे देश में आने की भी संभावना है। अगले पांच दिनों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग ने बताया अगले पांच दिनों में, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ और गंगीय पश्चिम बंगाल में, आईएमडी ने बारिश और आंधी की भविष्यवाणी की। शुक्रवार और शनिवार को, विदर्भ में कुछ छिटपुट, भारी वर्षा हो सकती है।