नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। उत्तर मध्य भारत में मार्च महीने के अंत के साथ ही गर्मी (heat wave) का प्रकोप बढ़ जाएगा। आईएमडी अलर्ट (IMD Alert) के अनुसार तापमान (temperature) में भारी बढ़ोतरी से जनजीवन अस्त व्यस्त रहेगा। लोगों को लगातार सचेत रहने की सलाह दी जा रही है गर्म हवा के थपेड़े और लू के झटके जारी रहेंगे। हालांकि पर्वतीय राज्य सहित दक्षिणी राज्य में मौसम (weather update) में बदलाव देखने को मिलेगा। साथ ही पूर्वी राज्यों में भी बारिश (rain) से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
वहीं मौसम विभाग की माने तो एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र महाराष्ट्र उसके आसपास के इलाके पर निर्मित हो रहा है जिसका असर राजस्थान और मध्य प्रदेश के आसपास के इलाके में देखने को मिल सकता है। पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती हवा के क्षेत्र में उभर कर सामने आने के बाद उत्तर पश्चिमी राजस्थान और आसपास के क्षेत्र में हवा में नमी देखने को मिल सकती है। राजधानी दिल्ली में तापमान में वृद्धि देखी जा सकेगी।
मार्च में गर्मी के मौसम की शुरुआत के बाद से, पूर्वोत्तर भारत में औसत से कम प्री-मानसून वर्षा दर्ज की गई है। हालांकि काफी असामान्य, ये दुर्लभ वर्षा की स्थिति भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की लंबी दूरी की गर्मियों के पूर्वानुमान के अनुसार बनी हुई है। अब, क्षेत्रीय मौसम गीला होने के लिए तैयार है क्योंकि पूर्वोत्तर राज्यों में अगले पांच दिनों और संभवतः आगे भी बारिश और गरज के साथ बारिश होने का अनुमान है। आईएमडी के अनुसार, 26 -29 मार्च से अगले पांच दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल-odissa और सिक्किम में हल्की से मध्यम तीव्रता की काफी व्यापक वर्षा होने की संभावना है।
दरअसल न्यूनतम तापमान जहां 20 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है इसके अलावा लखनऊ में भी गर्मी का प्रकोप देखने को मिलेगा गर्म हवा के थपेड़े जाएंगे। तेज गर्म हवा चलने से आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। राजधानी लखनऊ सहित राजधानी पटना में लू का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा राजस्थान के कुछ हिस्से में भी हीटवेव का अलर्ट (Heatwave alert) जारी किया गया है।
राजधानी पटना में न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक रहने की आशंका जताई गई है। इसके अलावा रांची सहित झारखंड में भी मौसम शुष्क बना रहेगा। लू चलने के साथ-साथ तापमान में भी वृद्धि रिकॉर्ड की जाएगी। अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक रहने की आशंका जताई गई है।
हालांकि पश्चिम बंगाल के कुछ क्षेत्र सहित उड़ीसा के कई जगहों पर हल्की बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है। बूंदाबांदी होने से जनजीवन सामान्य रहेगा तापमान में गिरावट से लोगों को राहत महसूस होगी। वहीं पर्वतीय सहित तटीय इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। IMD की माने तो अभी 24 घंटे के अंदर पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्से में हल के मध्य मध्य देखी जा सकती है। केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु के कुछ इलाकों में छिटपुट बारिश देखने को मिलेगी।
हिमाचल प्रदेश में आज मौसम साफ रहेगा। न्यूनतम तापमान जहां 70 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना जताई गई है। वहीं उत्तराखंड में भी धूप खिली रहेगी न्यूनतम तापमान 16 डिग्री तापमान में 35 डिग्री सेल्सियस तक का उछाल देखने को मिल सकते हैं। इधर लेह लद्दाख में भी टेंपरेचर में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है। यहां मिनिमम टेंपरेचर जहां 3 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। लेह लद्दाख में बर्फबारी सहित हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
IMD ने कहा है कि अब तक मौसमी वर्षा की बात करें तो सभी पूर्वोत्तर राज्यों ने प्री-मानसून सीजन की शुरुआत के बाद से अपने-अपने औसत आंकड़ों से काफी कम वर्षा दर्ज की है। 1 से 25 मार्च के बीच, अरुणाचल प्रदेश में 20 मिमी वर्षा दर्ज की गई है (इसके औसत 134.5 मिमी की तुलना में 85% ‘बड़ी कमी’), असम में 2.5 मिमी (95% एलडी), मेघालय में 0.8 मिमी (98% एलडी) दर्ज की गई है। नागालैंड 2.7 मिमी (92% एलडी), और मणिपुर 0.4 मिमी (99% एलडी) रिकॉर्ड की गई थी।
असम, अरुणाचल प्रदेश सहित मिजोरम, मणिपुर में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। इसके अलावा गरज़-चमक की भी संभावना जताई गई है। अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भी अगले 24 घंटों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, शनिवार,26 मार्च को इन पूर्वोत्तर राज्यों में अलग-अलग गरज और बिजली गिरने की भी भविष्यवाणी की गई है। इन भविष्यवाणियों को देखते हुए, आईएमडी ने अगले दो दिनों के लिए पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में येलो वॉच जारी की है। IMD के अनुसार, ये स्थितियां बंगाल की खाड़ी से पूर्वी हिमालय की ओर बहने वाली दक्षिणी हवाओं के कारण होंगी।
इनमें से कुछ राज्यों में अगले मंगलवार, 29 मार्च के बाद भी गीला मौसम बना रह सकता है। पारा के स्तर के लिए शनिवार 26 मार्च को दिन के तापमान को असम-मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर सामान्य से अधिक (5.1 डिग्री सेल्सियस या अधिक) दर्ज किया गया था और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कुछ स्थानों पर सामान्य से काफी ऊपर (3.1 डिग्री सेल्सियस से 5 डिग्री सेल्सियस तक) रह सकता है।