नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। हर महीने नियम में कुछ नए बदलाव देखने को मिलते हैं। दरअसल कई नए नियम अपडेट (Rule Update)होते हैं। वही कुछ नवीन नियम को लागू किया जाते हैं। महीने के पहले दिन से यह नियम (September important Rule change) लागू होते हैं। वहीं बदले हुए इन नियमों का असर आम जनता के जीवन और उनके जेब पर पड़ता है तो आइए जानते हैं 1 सितंबर से होने वाले महत्वपूर्ण बदलाव :-
पीएनबी केवाईसी
यदि आपका खाता पंजाब नेशनल बैंक में है तो उसे 31 अगस्त से पहले तक केवाईसी (PNB KYC) को अपडेट करना अनिवार्य होगा। ऐसा नहीं करने की स्थिति में पीएनबी द्वारा ऐसे ग्राहकों के खाते का संचालन प्रतिबंधित किया जा सकता है। दरअसल बैंक द्वारा ग्राहकों से 31 अगस्त तक अपने केवाईसी को पूरा करने के निर्देश दिए हैं जिससे उपभोक्ता के बैंक खाते सक्रिय और कार्यात्मक हो सके और उन्हें सरल वित्तीय लेनदेन में लाभ मिलेगा।
रियल एस्टेट होगा महंगा
यदि आप गाजियाबाद में अचल संपत्ति खरीदने की तैयारी कर रहे तो खबर आपके काम की है। गाजियाबाद में रियल इस्टेट महंगा (Ghaziabad Real Estate) होगा। दरअसल सर्किल रेट में 20 फीसद की वृद्धि देखने को मिल सकती है। दरअसल 2016 के बाद पहली बार दिल्ली से सटे गाजियाबाद में सर्किल दरों में इतनी बड़ी वृद्धि देखने को मिली है। यह बढ़ोतरी 1 सितंबर 2022 से प्रभावी होगी।
यमुना एक्सप्रेसवे टोल शुल्क
इसके अलावा यमुना एक्सप्रेस वे से दिल्ली जाते हुए अधिक टोल शुल्क (Yamuna Expressway Toll Rate) देना होगा दरअसल छोटे वाहन के प्रति 10 किलोमीटर 10 पैसे अतिरिक्त लगेंगे। वहीं ट्रक और अन्य वाणिज्यिक वाहन पर प्रति किलोमीटर 52 पैसे का टोल शुल्क बढ़ाया जाएगा। दरअसल यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा और आगरा के बीच लंबे एक्सप्रेस-वे पर टोल शुल्क वृद्धि को मंजूरी दे दी है।
बीमा एजेंट कमीशन
आईआरडीएआई (IRDAI) ने बीमा नियम में बदलाव किया है। जिसके तहत बीमा एजेंटों को 20 फीसद कमीशन की जगह 30 से 35 फीसद कमीशन उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे उन्हें राहत मिलेगी।
कारें होंगी महंगी
कारें महंगी होगी। दरअसल ऑडी वाहन द्वारा अपने मूल्य का निर्धारण किया गया। 20 सितंबर 2022 से यह मूल्य प्रभावी होंगे और ऑडी कार में 2.4 फीसद की वृद्धि (Audi Rate) रिकॉर्ड की जाएगी।
एलपीजी रेट
वही 1 सितंबर को एक बार फिर से एलपीजी की कीमतें तय होगी। कीमत बढ़ने या घटने के आसार बने रहेंगे। जिससे आम जनता की जेब पर बोझ बढ़ सकता है।